उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एशियाई दौरे पर कहा है कि अगर उत्तर कोरिया फिर से मिसाइल परीक्षण करता है तो जापान अमेरिका से खरीदे गए सैन्य उपकरण से हमला कर सकता है. इसी के जवाब में जापान के प्रधान मंत्री शिंजो अाबे ने कहा कि उनका देश यदि आवश्यक हुआ तो मिसाइलों को रोक सकता है, और वह इस समझौते पर विचार कर रहे हैं. बता दें कि ट्रंप अपने एशियाई दौरे पर जापान गए थे और अब ट्रंप साउथ कोरिया पहुंच गए हैं.
उत्तर कोरिया लगातार कर रहा मिसाइल परीक्षण
उत्तर कोरिया अक्सर अपने परमाणु कार्यक्रम लॉन्च करता रहता है. साथ ही उसका तानाशाह किम जोंग उन सार्वजनिक तौर पर अमेरिका को चुनौती और युद्ध की धमकियां देता रहता है. हाल के महीनों में उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से दो बार मिसाइलों का परीक्षण किया.
उत्तर कोरिया दुनिया के लिए खतरा
ट्रंप ने एशिया दौरे के दूसरे दिन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को विश्व सभ्यता और अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया. उन्होंने कहा कि अब रणनीतिक धैर्य दिखाने का समय खत्म हो गया है. ट्रंप पहले भी संकेत दे चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर वॉशिंगटन राजनयिक समाधान के इतर भी गौर कर सकता है और सैन्य हस्तक्षेप पर विचार कर सकता है.
शिंजो आबे ने ट्रंप के बयान पर जताई सहमति
शिंजो आबे ने भी ट्रंप के बयान से सहमति जताई कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं. उत्तर कोरिया के मिसाइलों के फायरिंग लाइन में आने वाले आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की भी घोषणा की थी.