मोदी शनिवार को फिलीस्तीन के लिए रवाना होंगे जहां राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ उनकी चर्चा का कार्यक्रम है. वह फिलीस्तीनी अवाम और वहां के विकास के लिए भारत के सहयोग को भी दोहराएंगे. फिलीस्तीन की यात्रा करने वाले वे पहले प्रधानमंत्री हैं।

यूएई में वह उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एवं दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम तथा अबू धाबी के शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयन के साथ बैठकें करेंगे. मोदी दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट के छठे सत्र को संबोधित करेंगे, जहां भारत एक मेहमान देश है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यात्रा के दौरान वह भारत में आर्थिक अवसरों को लेकर दुबई में यूएई और अरब जगत के प्रमुख सीईओ से बातचीत करेंगे.

साथ ही इस बारे में संभावना भी तलाशने की कोशिश करेंगे कि व्यापारिक सहयोग को बढ़ाने के लिए और क्या किया जा सकता है. उन्होंने ओमान को एक करीबी समुद्री पड़ोसी बताया जिसके साथ भारत बेहतरीन संबंध रखता है. मोदी ने कहा कि अपनी यात्रा के आखिरी चरण में 11 – 12 फरवरी को वह बतौर प्रधानमंत्री पहली बार इस देश का दौरा करेंगे और ओमान के सुल्तान तथा अन्य नेताओं के साथ वार्ता करेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक और कारोबारी संबंध मजबूत करने के लिए वह ओमान के प्रमुख कारोबारियों से भी बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी की शाम वह ओमान के सुल्तान से मिलेंगे. ओमान और यूएई की यात्रा के दौरान उनके पास काफी संख्या में प्रवासी भारतीयों से मिलने का अवसर होगा, जिन्होंने उन देशों को अपना घर बना लिया है. उन्होंने कहा कि खाड़ी क्षेत्र में 90 लाख से ज्यादा भारतीय काम रहते हैं और रहते हैं. ओमान में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय ही हैं.