जेल में राम रहीम की सिक्योरिटी ऐसी है कि कैदी व सुरक्षा में तैनात कर्मी भी उसे नहीं देख पाते हैं। इसके अलावा भी जेल प्रशासन कई तरीके आजमा रहा है.
जेल में बंद राम रहीम को परिवार वालों से बातचीत करने की सुविधा नहीं दी जा रही है। जेल में बंद होने वाले कैदी को मैनुअल के हिसाब से अपने परिचितों से बातचीत करने की सुविधा होती है। जो उसे दूसरे दिन से ही उपलब्ध करा दी जाती है। नंबर आने पर वह बात कर सकता है। सुरक्षा के कारण उसे इस सुविधा से दूर रखा जा रहा है।
साध्वी से दुष्कर्म की सजा काट रहा राम रहीम 25 अगस्त से सुनारिया जेल में बंद है। जेल में बंद होने के दूसरे दिन उससे 10 परिचितों का मोबाइल नंबर लिया जाता है। जिस पर उससे बात की जाती है। कैदी की ओर से बताया जाता है कि कौन सा नंबर किसका है। डेरामुखी की सुरक्षा को लेकर इस सुविधा से वंचित किया गया है।
कारण जेल प्रशासन नहीं चाहता है कि जेल की कोई भी बात बाहर जाए और बाहर की बात उस तक पहुंचे। जेल से उठाने की धमकी और पंचकूला दंगे की चल रही जांच के कारण उसे यह सुविधा नहीं दी गई है। जेल में उससे मिलने के लिए आने वाले वकील व परिजन के माध्यम से ही सूचनाओं का आदान-प्रदान हो रहा है।
जेल में राम रहीम की सुरक्षा को देखते हुए तीन नंबरदार (सजायाफ्ता कैदी) के साथ रेवाड़ी व पलवल के जेल अधिकारी को भी लगाया गया है। सुरक्षा के कारण उसे अलग-अलग बैरक में भी रखा जाता है। जेल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व नंबरदार के अलावा किसी को जानकारी नहीं दी जाती है। जेल सूत्रों की माने तो कैदी व सुरक्षा में तैनात कर्मी भी उसे नहीं देख पाते हैं।
जेल अधीक्षक की भी अकेले नहीं होती है मुलाका
राम रहीम की सुरक्षा को लेकर इतनी सावधानी है कि जेल अधीक्षक भी उससे अकेले में मुलाकात नहीं कर सकता है। उससे मिलने के दौरान टीम के अन्य लोग या नंबरदार साथ होते हैं। मिलने वाले अधिकारी भी केवल हाल-चाल पूछकर दो-चार मिनट में निकल जाते हैं।
मिलने पर नजर रखी जा रही है
सुरक्षा के कारण उसे अभी यह सुविधा नहीं दी जा रही है। जेल में उससे मिलने वालों पर नजर है। जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है।
– जगजीत सिंह, आईजी जेल हरियाणा।