यदि आप अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन जी रहे हैं तो चिंता मत कीजिए, जापानी माचा चाय आपकी घबराहट और चिंता दूर कर सकती है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इस चाय में को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बताया है। शोधकर्ताओं का दावा है कि जापानी माचा चाय में चिंता और घबराहट को दूर करने वाले कई औषधीय तत्व मौजूद हैं। यह अध्ययन ‘फंगक्शनल फूड’ नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। चूहों पर किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जब चूहों ने माचा चाय के पाउडर और अर्क का सेवन किया तो इन कृंतकों के चिंताजनक व्यवहार में आश्चर्यजनक रूप से कमी देखी गई।
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक और जापान की कुमामोटो यूनिवर्सिटी के शोधार्थी ने कहा कि चाय में ऐसे तत्व मौजूद रहते हैं जो शरीर में डोपामाइन डी 1 रिसेप्टर्स और सेरोटोनिन 5-एचटीवनए रिसेप्टर्स तंत्र को सक्रिय करते हैं। ये दोनों ही चिंताजनक व्यवहार के लिए जिम्मेदार होते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस चाय पर अभी और अध्ययन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि माचा चाय में कई ऐसे औषधीय गुण मौजूद हैं जो मानव शरीर के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि माचा चाय का प्रयोग कर दुनिया भर के लोग स्वास्थ्य लाभ ले पाएंगे।
क्या है माचा चाय
माचा चाय एक तरह की जापानी चाय है। माचा चाय ने बहुत ही कम समय में अपनी सुपर फूड क्वालिटी के कारण दुनियाभर में लोगों की पसंदीदा चाय बन गई है। ये एक पाउडर की बनी हुई ग्रीन टी है जिसे जापान की पारंपरिक चाय सेरेमनी में इस्तेमाल किया जाता है। इस चाय को तैयार करने के लिए लंबी प्रक्रिया होती है।
है ग्रीन टी से अलग
माचा चाय ना ही तो ग्रीन टी जैसी है और ना ही आपको इसमें टी-बैग्स या ब्रीयू फॉर्म मिलेंगे। ग्रीन टी चाय की पत्तियों को एक्सट्रैक्ट करके बनाया जाता है। जबकि माचा चाय की पत्तियों से बने पाउडर की बनती है।
फायदेमंद है ये
माचा चाय काफी हेल्दी चाय है जो आपको कैंसर और मोटापे जैसी बीमारियों से बचाने का काम करती है। इस चाय में कैंसर के घटकों से लड़ने की ताकत होती है। साथ ही ये बॉडी में बॉडी फैट को जलाने का काम भी करती है। माचा चाय पर किए गए शोध में ये बात सामने आई है कि अगर इस चाय को 12 हफ्ते तक रोज पीएं तो बॉडी फैट मॉस काफी कम हो जाता है। इससे बॉडी वेट और कमर का साइज भी कम हो जाता है। माचा चाय को वर्तमान में ओबेसिटी से लड़ने वाला चाय भी कहते हैं।