ITI का पूरा नाम इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है। ITI कोर्स विशेष उन विद्यार्थियों के लिए है जो जल्दी नौकरी करना चाहते हैं। ITI करने के पश्चात् आप सरकारी तथा प्राइवेट जॉब सरलता से पा सकते हैं। इस कोर्स में अलग-अलग तरह के Trade होते। ITI के सरकारी तथा प्राइवेट कॉलेज उपस्थित है तथा कई यूनिवर्सिटी भी इस तरह के कोर्स प्रदान करती है। जो विद्यार्थी ITI से डिप्लोमा करता है। उसे किसी ना किसी एक स्पेशल ट्रेड से ही अपना डिप्लोमा हासिल करना पड़ता है। यदि विद्यार्थी की रुचि इलेक्ट्रिकल में है तो वह इलेक्ट्रिकल से ITI का डिप्लोमा प्राप्त कर सकता है। इसमें आप मैकेनिकल फिटर कंप्यूटर इत्यादि दूसरी ब्रांचेज से भी ITI का डिप्लोमा हासिल कर सकते हैं।
वही इस कोर्सेज को सफलतापूर्वक पूरा करने के पश्चात् विद्यार्थी को एक या दो सालों तक इंडस्ट्री में अपने बिज़नेस में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देनी पड़ती है। नेशनल कॉउंसिल ऑफ़ वोकेशनल ट्रेनिंग (NVCT) सर्टिफिकेट के लिए एक इंडस्ट्री में व्यावहारिक प्रशिक्षण आवश्यक है। ITI सरकारी संचालित रन प्रशिक्षण संगठन हैं जो उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरयाणा, गुजरात, असम, केरल, मध्य प्रदेश आदि जैसे भारत के प्रत्येक प्रदेश के प्रमुख शहरों में चलते हैं।
ITI करने के लिए शैक्षिक योग्यता:-
ITI में बहुत से कोर्स होते है तथा सभी कोर्स की अवधि तथा एडमिशन के लिये Eligibility अलग-अलग होती है जैसे की कुछ कोर्स 6 माह के होते है कुछ 1 वर्ष तो कुछ 2 वर्ष के होते है। इसके अतिरिक्त कुछ में आप 8वी कक्षा के पश्चात् तो कुछ में और कुछ में 12वी कक्षा के पश्चात् ही एडमिशन ले सकते हो इसलिए किसी भी ITI Trade में एडमिशन लेने से पहले आप उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें।
ITI में कौन कौन ले सकते हैं एडमिशन:-
ITI कोर्स में 8वीं, 10वीं तथा 12वीं पास विद्यार्थी एडमिशन ले सकते हैं।