प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के पहले दिन इंटरव्यू दिया और उन सभी मुद्दों पर अपनी बात रखी, जिनसे जुड़े सवाल पिछले दिनों से उन पर या उनकी सरकार पर उछाले जा रहे थे। सर्जिकल स्ट्राइक पर भी पीएम खुलकर बोले। उन्होंने बारिकी से बताया कि उस दिन क्या-क्या हुआ?
प्रधानमंत्री ने बताया, सर्जिकल स्ट्राइक के लिए जवानों को खास ट्रेनिंग दी गई थी। उन्हें खास हथियार भी मुहैया कराए गए थे। खासतौर पर चुनी हुई सेना की टुकड़ी को शामिल किया गया था। इस बेहद खास और गोपनीय मिशन में शामिल जवानों को पीएम की ओर से खास निर्देश भी दिया गया था। निर्देश यह था कि चाहे मिशन सफल हो या असफल, सूरज उगने से पहले जवान लौट आएं। वे बेवजह किसी उम्मीद में न फंसे और ना ही ऑपरेशन को लंबा खीचें।
‘मैं पल-पल की अपडेट ले रहा था। अगले दिन सुबह तनाव में था, क्योंकि जवानों के लौटने की कोई सूचना नहीं थी। जैसे-जैसे उजाला बढ़ रहा था, मेरा तनाव भी बढ़ रहा था। सूर्योंदय के एक घंटे बाद बताया गया कि हमारे जवान लौटने लगे हैं। वे सुरक्षित हिस्से में पहुंच गए हैं, लेकिन अभी भी हमारी सीमा मे नहीं लौटे हैं।’
‘मैं बार-बार जवानों के लौटने के बारे में पूछता रहा। फिर बताया गया कि टीमें लौटने लगी है। तब मुझे शांति मिली। फिर भी मैं तब तक जानकारी लेता रहा, जब तक कि आखिरी जवान के सुरक्षित लौट आने की खबर नहीं आ गई।’
पीएम मोदी ने कहा, इस सफल ऑपरेशन के दौरान मैंने अपनी सेना की ताकत को देखा। हमारे जवान क्या कुछ करना का दमखम रखते हैं, यह इससे साबित हुआ।