हर साल रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत इस साल अक्टूबर महीने में आने वाला है। यह व्रत महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं वह भी निर्जला। आप सभी को बता दें कि यह व्रत महिलाएं रात में चांद देखने के बाद खोलती हैं। जी दरअसल करवा चौथ व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। यह व्रत सूर्योदय से पहले शुरू होता है और इसे चांद निकलने तक रखा जाता है। इस व्रत के दौरान सास अपनी बहू को सरगी देती है और इस सरगी को लेकर बहु अपने व्रत की शुरुआत करती हैं। आप सभी को बता दें कि इस बार करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में है इसी के चलते इसे अत्यंत शुभ माना जा रहा है।
करवा चौथ कब है: करवा चौथ का चांद इस साल बेहद ही शुभ रहने वाला है। ऐसा कहा जा रहा है रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा, जो व्रत करने वाली महिलाओं के लिए अत्यंत फलदायी होगा। इस बार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 24 अक्टूबर, दिन रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इसी के साथ इस दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 11 मिनट पर है। वहीं पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा।
कैसे करें व्रत: सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाएं। सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें, पानी पीएं। अब इसके बाद भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें। ध्यान रहे करवाचौथ में पूरे दिन जल-अन्न कुछ ग्रहण नहीं करें। शाम के समय चांद को देखने के बाद दर्शन कर व्रत खोले। पूजा के लिए शाम के समय एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवे रखें। अब एक थाली में धूप, दीप, चन्दन, रोली, सिन्दूर रखें और घी का दीपक जलाएं। वहीं पूजा चांद निकलने के एक घंटे पहले शुरु कर दें।