यूं तो हर किसी को कभी न कभी किसी न किसी बात पर रोना आ जाता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बिना बात के ही रोने लगते हैं
फिल्म में किसी इमोशनल सीन को देखने या किसी दोस्त के नाराज होने पर कुछ लोगों की आंखों से आंसू टपकने लगते हैं.
कभी-कभी कुछ लोग बिना किसी कारण के भी रोने लगते है. एक्सपर्ट ने बिना किसी कारण के रोने को एक चिंता की बात बताई है. उनके मुताबिक, ये शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार होने को दर्शाता है. लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि आखिर लोगों को रोना क्यों आता है. आइए जानें…
अक्सर एक लंबे दिन के बाद थकावट महसूस होने पर कुछ लोगों को रोना आता है. ‘यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसेल्वेनिया’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि रोजाना रात के समय में सिर्फ 4 घंटे की नींद लेने से सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है. नींद की कमी के कारण कई लोगों का मूड स्विंग होने लगता है, तो कुछ लोग उदास हो जाते हैं.
एक्सपर्ट की मानें तो, ज्यादा चिंता और तनाव करने वाले लोगों को भी जल्दी रोना आ जाता है. ऐसे लोगों को खुद को संभालने के लिए दूसरों के सहारे की जरूरत पड़ती है.
अक्सर कुछ लड़कियां पीरियड्स में होने वाले दर्द के कारण भी रोती हैं. पीरियड्स के दौरान ये दर्द शरीर में हार्मोनल बदलाव, ऐंठन के कारण होता है.