देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बीच राजधानी दिल्ली में भी एनआईए की छापेमारी चल रही है। जांच एजेंसी ने दिल्ली में पीएफआई के हेड परवेज आलम को गिरफ्तार किया गया है। आतंकी कनेक्शन को लेकर जांच एजंसियों के रडार पर आई एजेंसी के 3 एजेंट को दिल्ली में पकड़ा गया है। नोएडा में भी एटीएस और एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है। इस बीच दिल्ली में एनआईए के दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देश के कई हिस्सों में छापेमारी के खिलाफ संगठन के सदस्य सड़कों पर विरोध जताने उतर गए हैं।
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एनआईए और ईडी ने गुरुवार सुबह 10 राज्यों में आतंकी वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान एनआईए और ईडी ने आतंकियों का कथित तौर पर समर्थन करने के आरोप में पीएफआई के लगभग 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।”
अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी मुख्यत: दक्षिण भारत में की जा रही है और एनआईए ने इसे ‘अब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान’ करार दिया है। एनआईए ने कहा कि आतंकवदियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल व्यक्तियों के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी दस राज्यों में की जा रही है और इस दौरान पीएफआई के शीर्ष नेताओं सहित लगभग 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा चुका है।
पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा, ”पीएफआई के राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं के घरों पर छापेमारी की जा रही है। राज्य समिति कार्यालय पर भी छापे मारे जा रहे हैं। हम विरोध की आवाज को दबाने के लिए फासीवादी शासन द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किए जाने का कड़ा विरोध करते हैं।”