कोलकाता हाईकोर्ट के जज सीएस कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और संविधान पीठ को चिट्ठी लिखकर 4 करोड़ रुपए हर्जाने की मांग की है. कर्णन ने अपने खिलाफ की गई अवमानना की कार्यवाही करने वाले 7 जजों के पैनल से कहा है कि वे एक हफ्ते के अंदर हर्जाना दें. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाईकोर्ट के जज जस्टिस सीएस कर्णन को कोर्ट में पेश न होने के चलते वारंट जारी किया है और 10,000 रुपए का निजी बॉन्ड भरने का भी आदेश दिया है.
जजों को दो पेज का पत्र
कर्णन ने अपनी ओर से भेजे गए दो पेज के पत्र में कहा है- इस कार्यवाही से मेरी नॉर्मल लाइफ और माइंड को डिस्टर्ब कर दिया है. जजों के लीगल नॉलेज के अभाव में 120 करोड़ की आबादी में मेरी प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची है. चिट्ठी में कहा गया है कि जजों को सात दिनों के अंदर जजों को हर्जाना देना चाहिए.
ये है पूरा मामला
कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस सीएस कर्णन ने 23 जनवरी को पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट और मद्रास हाईकोर्ट के जजों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. कर्णन ने पीएम को लिखे अपने पत्र में 20 जजों के नाम भी लिखे थे, और उनके खिलाफ करप्शन की जांच कराने की मांग की थी.
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कर्णन के इस कदम के बाद इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 8 फरवरी को कर्णन के खिलाफ नोटिस जारी कर पूछा था कि क्यों ना उनके इस पत्र को कोर्ट की अवमानना माना जाए. खास बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद भी जब कर्णन इस मामले में अदालत में पेश नहीं हुए तो मामले की सुनवाई को टाल दिया गया था
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