कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद बुधवार से जम्मू संभाग के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। वह डोडा, भद्रवाह और रामबन में लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। पार्टी की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। अनुच्छेद-370 हटने के बाद आजाद का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले उन्हें तीन बार एयरपोर्ट से वापस दिल्ली भेजा जा चुका है।
तीन दिवसीय दौरे पर आजाद जिला स्तर पर पार्टी कैडर से मिलेंगे और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में अभी भी कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं पर पाबंदियां जारी हैं।
खासतौर पर कश्मीर आधारित नेताओं को सियासी गतिविधियां करने की इजाजत नहीं दी गई है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवींद्र शर्मा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद के कार्यक्रम शेड्यूल में वह बुधवार को सुबह जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे और सड़क मार्ग से बटोत के लिए रवाना होंगे।
इसके बाद डोडा में रात्रि रुकने के बाद भद्रवाह और रामबन जाएंगे और वापस जम्मू आएंगे। जम्मू में भी आखिर में पार्टी कैडर के साथ चर्चा की जा सकती है।
आजाद ने जम्मू-कश्मीर के अपने पिछले छह दिवसीय दौरे में कश्मीर के हालात पर चिंता जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रशासन ने उन्हें शेड्यूल के मुताबिक कश्मीर के सभी क्षेत्रों में जाने नहीं दिया। वह चार दिन कश्मीर और दो दिन जम्मू में रहे थे।