अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस पार्टी बंटी नजर आ रही है, पार्टी के कुछ नेता सरकार के कदम को सही बता रहे हैं तो वहीं पार्टी का आधिकारिक स्टैंड इसके उलट है. अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर अभी तक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का कोई भी बयान नहीं आया है.
गुरुवार रात राहुल गांधी ने अचानक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई तो सभी को लगा कि शायद राहुल गांधी जम्मू कश्मीर और अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर कुछ बोलने वाले हैं. लेकिन राहुल गांधी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के शुरुआत में साफ कर दिया वे इस मामले पर कुछ नहीं बोलेंग. पत्रकारों की ओर लगातार अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर सवाल करने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘ डिस्टर्ब मत करिए’
इससे पहले राहुल गांधी ने 6 अगस्त को जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर एक ट्वीट किया था लेकिन उसमें सीधे तौर पर अनुच्छेद 370 का जिक्र नहीं था. राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, “संविधान का उल्लंघन और चुने हुए प्रतिनिधियों को कैद करके एकतरफा रूप से जम्मू और कश्मीर को तोड़कर राष्ट्रीय एकीकरण नहीं किया जा सकता. यह राष्ट्र जमीन का कोई भूखंड नहीं है बल्कि यहां के लोगों द्वारा बनाया गया है. कार्यकारी शक्ति के दुरुपयोग का हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोले राहुल गांधी?
देश में कई हिस्सों में आई भयावह बाढ़ पर चिंता प्रकट करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरूवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं.
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ की स्थिति और मदद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करेंगे. राहुल गांधी ने कहा, ” मैं वायानाड के बारे मे चिंतित हू मैंने मुख्यमंत्री से बात की है मैं वहाँ जाना चाहता था लेकिन डीएम ने कहा वहाँ जाना ठीक नही है.”इसके राहुल बोले कि मैं किसी और मुद्दे पर नही बोलूंगा.