जनता दल यूनाईटेड और उससे जुड़े नेता पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में बने हुए हैं। फिर चाहे वह दिल्ली में ललन सिंह का इस्तीफा हो या सीएम नीतीश कुमार का अध्यक्ष बनना। अब एक और नया विवाद जदयू के खाते में जुड़ गया है। इस बार सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के विधायक गोपाल मंडल चर्चा में आए हैं। कारण है सरेआम उनकी दबंगई। छोटी सी बात पर उन्होंने लोगों के बीच दिनदहाड़े एक आम आदमी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। लोगों यह कहते हुए उन्हें ट्रोल कर रहे हैं कि मरने वाले के परिजन को विधायक ने थप्पड़ मारकर नियंत्रण में किया।
इधर, जदयू विधायक गोपाल मंडल से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वह मेरे समर्थक हैं वह मुझे खींच रहे थे। वह मुझे भीड़ को समझाने नहीं दे रहे थे। इस कारण मैंने उन्हें थप्पड़ मार दिया। मैं बेवकूफ नहीं हूं जो चुनाव के वक्त किसी आम आदमी को थप्पड़ मार दूं। मैं आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा हूं। मैं तो पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा दिलाने के लिए लगा हुआ हूं। वहीं पीड़ित ने पूछताछ कहा कि बड़े भाई है कोई बात नहीं और आगे उसने कुछ नहीं बताया। हालांकि, जो वीडियो वायरल हो रहा उसमें गोपाल मंडल के थप्पड़ मारने के बाद पीड़ित हो-हंगामा करना सुनाई पड़ा रहा है। वह कह रहा है नेता है तो क्या हुआ? हमको थप्पड़ मार देगा क्या?
सड़क हादसे में बुजुर्ग की मौत के बाद लोग कर रहे थे बवाल
दरअसल, शनिवार की सुबह औद्योगिक थाना क्षेत्र के जीरोमाइल चौक पर साइकिल सवार एक बुजुर्ग को तेज रफ्तार ट्रक ने दिया था। बुजुर्ग की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने जीरोमाइल से सबौर जाने वाली मुख्य सड़क को जामकर मुआवजे की मांग कर रहे थे। तीन घंटे तक लोगों ने मुख्य मार्ग को पूरी तरह बाधित कर दिया। इसी बीच विधायक गोपाल मंडल भी लोगों से मुलाकात करने पहुंचे। मृतक के परिजनों द्वारा विधायक गोपाल मंडल के सामने मुआवजे की मांग लेकर प्रदर्शन करने लगे। इसी बीच अचानक गोपाल मंडल ने एक शख्स को थप्पड़ मार दिया।
मुआवजा के लिए डीएम और परिवहन विभाग को लिखूंगा लेटर
विधायक गोपाल मंडल ने बताया कि वह मेरे समर्थक हैं। क्या बड़ा भाई अपने छोटे भाई को थप्पड़ नहीं मार सकता है? इसमें ऐसी कोई बात नहीं जिसे तूल दिया जाए। मरने वाले मेरे विधानसभा क्षेत्र के बगल के पंचायत के रहने वाले हैं। मैं मुआवजे की मांग को लेकर डीएम व परिवहन विभाग को लिखूंगा। परिजनों को मुआवजा दिलाऊंगा।