नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार बंद कराया। राजद के इस बंद को कांग्रेस, वीआइपी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का भी समर्थन प्राप्त था।
मारपीट, उत्पात, झड़प व गुंडागर्दी के बीच राजद का बिहार बंद खत्म् हो गया। वहीं, अब इसे लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। सत्ता पक्ष एनआरसी व सीएए को लेकर मोदी सरकार को घेरने में लगा है तो भाजपा राजद व कांग्रेस को निशाना बनाया है। इन सबके बीच जनता दल यू ने बड़ी बात कही है। जदयू ने पीएम नरेंद्र मोदी काे एनआरसी मामले में पहल करते हुए एनडीए की बैठक बुलाने की मांग की है।
बिहार बंद के बाबत राजद नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने कहा कि एनआरसी से किसी का भला नहीं होने वाला है। उन्होंने सीएम पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार एनआरसी को ना कहते हैं और दूसरी तरफ सीएए को लोकसभा में समर्थन करते हैंं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एनआरसी पर नीतीश की ना देर आए दुरुस्त आए वाला कदम है।
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार जनता को धोखा दे रहे हैं। एनअारसी के मुद्दे पर वे बिहार की जनता को बरगलाने में लगे हैं। उन्हें इससे खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि संसद में नीतीश कुमार की पार्टी भाजपा का साथ देती है और बाहर में वे जनता को भ्रम में रख रहे हैं। जनता उन पर कैसे विश्वास करेगी। उन्होंने ट्वीट भी किया है। उन्होंने ट्वीट में पीएम मोदी से सवाल किया है- ‘पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के करोड़ों लोगों को भारत में लायेंगे तो उन्हें कहां बसायेंगे, उनके लिए रोटी, कपड़ा और मकान का बंदोबस्त कैसे करेंगे, और यहां के नौजवानों के रोजगार का क्या होगा?
इसी बीच जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी का बड़ा बयान आया है। केसी त्यागी ने मीडिया से कहा है कि एनआरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पहल कर एनडीए की बैठक को बुलाएं और जनता को विश्वास दिलाएं कि पूरे देश में एनआरसी कहीं भी लागू नहीं होगा। उन्होंने बिहार बंद काे लेकर कहा कि जब नीतीश कुमार ने कह दिया है कि सूबे में एनआरसी लागू नहींं होगा तो ऐसे में आंदोलन करने की कोई जरूरत नहीं है।