छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी संगठन को फिर झटका लगा है। हिंसा का रास्ता छोड़कर डीएकेएमएस अध्यक्ष सहित 9 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पूना नर्कोम (नई सुबह-नई शुरुआत) अभियान से प्रभावित होकर माओवादियों ने पुलिस, सीआरपीएफ के 217वीं और 212वीं बटालियन के अफसरों के सामने मरईगुड़ा थाना में आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सली गोलापल्ली एवं मरईगुड़ा इलाके की घटनाओं में शामिल रहे हैं। पुलिस को माओवादियों से कई महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है।

एएसपी गौरव मंडल ने बताया कि सुकमा जिले में सक्रिय 9 नक्सलियों ने बुधवार को मरईगुड़ा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ 217 वीं वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी सरोज कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी कुमार आलोक, एसडीओपी गिरिजा शंकर साव, शिखर मरावी, रोहित शुक्ला, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट प्रभांशु प्रभाकर के सामने बिना हथियार के सरेंडर कर दिया। सभी नक्सली किस्टाराम एरिया कमेटी एवं गोलापल्ली एलओएस के सक्रिय माओवादियों के साथ गोलापल्ली एवं मरईगुड़ा इलाके में फोर्स को नुकसान पहुंचाने, मुठभेड़, आगजनी, हत्या, लूट, फोर्स की रेकी की घटनाओं में शामिल रहे हैं। सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
इन नक्सलियों ने किया सरेंडर
आत्म समर्पित नक्सलियों में जनमिलिशिया सदस्य उईका बाला निवासी रायगुड़ा, सुन्नम धर्मा निवासी तिंगनपल्ली, बेडमा रामचेट्टी निवासी भट्टीगुड़ा, डीएकेएमएस अध्यक्ष भट्टीगुड़ा सोढी कोसा निवासी भट्टीगुड़ा, सीएमएन अध्यक्ष पोड़ियम सोना निवासी रायगुड़ा, आर्थिक कमेटी सदस्य बेड़मा रामा निवासी भट्टीगुड़ा, जनमिलिशिया सदस्य पोड़ियम बुधरा निवासी रायगुड़ा, उईका भीमा निवासी भट्टीगुड़ा, बेड़मा कामा निवासी भट्टीगुड़ा ने सरेंडर किया है। बता दें कि मंगलवार को एक महिला सहित 3 नक्सलियों ने कोंटा क्षेत्र में सरेंडर किया था।
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