छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़े मामलों को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन-3 में दी जा रही छूट को लेकर अहम फैसला किया है। अब मई माह में प्रत्येक शनिवार-रविवार को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। यानी लॉकडाउन-1व 2 की तरह सिर्फ दूध, सब्जी, दवा जैसी अतिआवश्यक सेवा ही चालू रहेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि लॉकडाउन-तीन में कुछ सामान्य सेवाओं की भी छूट दी गई है। सभी सरकारी दफ्तर खोलने का फैसला किया था, लेकिन अब गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के सुझाव को सहमति प्रदान करते हुए सप्ताहांत दो दिन यानी शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। जिस तरह की छूट लॉकडाउन एक में थी, वही छूट दी जाएगी।
आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर पूर्ण रोक लगी रहेगी। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार ने यह अहम कदम उठाने का फैसला लिया है।
धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में स्वास्थ्य विभाग की एएनएम मालती यादव के कार्यो की तरीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। मालती ने लॉकडाउन के दौरान काम करने वाले मनरेगा मजदूरों के बीच गांव-गांव पहुंचकर कोरोना के प्रति जागरूक किया और शारीरिक दूरी के पालन के प्रति प्रेरित किया।
नीति आयोग ने भी ट्वीट किया कि- इरादे हैं फौलादी, हिम्मती हर कदम। एएनएम मालती यादव की तस्वीर को शेयर करके कहा कि यह हंै असली कोरोना योद्घा।
एनएचएम डायरेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य वर्कर को कोरोना से बचाव की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार शुरू किया गया है। इस दौरान लोगों को बचाव की जानकारी देना आवश्यक है। खासतौर पर आदिवासी इलाकों बस्तर से लेकर सरगुजा तक जागरूकता अभियान स्वास्थ्य कर्मी चला रहे हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी मालती की तस्वीर के साथ उनके अभियान की तारीफ की है। सिंहदेव ने कहा कि मालती जैसे हजारों कोरोना योद्धा छत्तीसगढ़ को कोरोना मुक्त करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
सरगुजा में असिस्टेंट मेडिकल अफसर उमाशंकर वर्मा ने भी नई पहल की है। वह रोजाना मजदूरी करने जाने वालों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। बलरामपुर के चांदो क्षेत्र में वर्मा मजदूरों के बुखार, खांसी, सर्दी की जांच करते हैं और लक्षण पाए जाने पर कोविड-19 टेस्ट कराने की सलाह भी देते हैं।