ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को चुनौती दी है कि वो ईवीएम को हैक करके दिखाएं. आयोग ने इसके लिए पार्टियों को रविवार और सोमवार का वक्त दिया है. कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी समेत करीब 16 विपक्षी पार्टियों की ओर से ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताए जाने के बाद चुनाव आयोग ने यह बैठक बुलाई थी.
सर्वदलीय बैठक में बीजेपी से भूपेन्द्र यादव, जेडीयू से केसी त्यागी, आम आदमी पार्टी से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्र शामिल हुए. लेकिन बैठक में विपक्ष बंटा हुआ नज़र आया. अभी तक ईवीएम में टेंपरिंग की बात कर रहे सौरभ भारद्वाज ने VVPAT से चुनाव कराने की बात की. वहीं बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के पक्ष में थी. दूसरी ओर, जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव आयोग विश्वास बहाल करे.
चुनाव आयोग का ‘चैलेंज’
पिछले महीने चुनाव आयोग ने कहा था कि वो ईवीएम पर सवाल उठा रही पार्टियों को मशीनों के साथ छेड़छाड़ का खुला चैलेंज देगी. इसके लिए आयोग ने सभी पार्टियों को मीटिंग में अपने तीन नुमाइंदे भेजने को कहा है. इनमें से एक तकनीकी विशेषज्ञ होगा. चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीनों के लाइव डेमो के लिए इंतजाम किये हैं.
ईवीएम के अलावा भी थे बैठक के मुद्दे
बैठक के एजेंडा में कई दूसरे अहम मुद्दे भी थे. चुनाव आयोग ने पार्टियों के नुमाइंदों को वोटर वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के इस्तेमाल की जानकारी दी. चुनाव आयोग ने 2019 से हर बूथ पर वीवीपैट मशीनों के इस्तेमाल की योजना बनाई है.
इन मशीनों से हर वोट की रसीद निकलेगी जो 7 सेकेंड में मशीन से निकलकर सीधे बक्से में चली जाएगी. इस मशीन में वोटर देख सकता है कि उसका वोट सही पड़ा है या नहीं.
आम आदमी पार्टी का चैलेंज
ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा सबसे पहले मायावती ने यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद उठाया था. पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम में छेड़छाड़ का लाइव डेमो दिया था. आज की बैठक में पार्टी की नुमाइंदगी सौरभ भारद्वाज ही करेंगे. पार्टी का दावा है कि वो मीटिंग के दौरान ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका को सही साबित करेंगे. केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के दूसरे नेताओं की मांग है कि ईवीएम टैंपरिंग की जांच के लिए सभी पार्टियों की कमेटी बनाई जाए.
चुनावी नतीजों के बाद उठे थे सवाल
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव के नतीजों के बाद विपक्ष ने ईवीएम पर सवाल उठाये थे. सबसे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसका विरोध किया था, जिसके बाद अखिलेश यादव ने भी इसको लेकर जांच की बात कही थी. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाये थे. हाल ही में संपन्न हुए दिल्ली एमसीडी चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत पर भी आम आदमी पार्टी ने प्रक्रिया दी थी, कि यह मोदी की नहीं बल्कि ईवीएम की जीत है.
VVPAT के लिए ऑर्डर कर चुका है EC
लगातार ईवीएम पर सवालों के बाद चुनाव आयोग ने 2019 का लोकसभा चुनाव वीवीपैट से कराने की तैयारी की है. केंद्रीय सरकार ने वीवीपैट के लिए 3173 करोड़ 47 लाख रुपये की मंजूरी दी, और चुनाव आयोग ने बिना देर किए मशीनें बनाने का ऑर्डर देश की दो एक्सपर्ट कम्पनियों को सौंप दिया. दोनों पीएसयू कम्पनियां ECIL और BEL को 8 लाख 7 हज़ार 500 मशीनें तैयार करने का ऑर्डर आयोग ने दिया है.