चीन में कोरोना वायरस का कोहराम जारी है। देश में कोविड-19 के 16 हजार 412 नए मरीज मिले हैं। खबर है कि साल 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। चीन कई शहरों और खासतौर से शंघाई के हाल ज्यादा खराब हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही कई देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के 27 से ज्यादा प्रांतों और शहरों में कोविड के नए मरीज मिल रहे हैं। इनमें से अधिकांश कोरोना के तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं। इसके चलते अधिकारियों को क्षेत्रों में कड़ी पाबंदियां लागू करनी पड़ रही हैं। वहीं, कोरोना के खिलाफ जंग में देश की सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
शंघाई में हालात ज्यादा खराब नजर आ रहे हैं। यहां 2 करोड़ से ज्यादा रहवासियों की कोविड जांच के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। शहर में 28 मार्च को दो चरणों के लॉकडाउन की शुरुात हो गई थी। फिलहाल, अधिकारियों ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि ये पाबंदियां कब हटेंगी। इसके अलावा यहां बगैर लक्षणों वाले मरीज भी चिंता का कारण बने हुए हैं। सोमवार को शहर में 8 हजार 581 एसिम्प्टोमैटिक मामले सामने आए। जबकि, सिम्प्टोमैटिक मामलों की संख्या 425 थी।
इधर, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने सेना, नौसेना और लॉजिस्टिक सपोर्ट से 2000 हजार से ज्यादा कर्मियों को रवाना किया है। शहर में पहले ही 38 हजार स्वास्थ्यकर्मी मौजूद हैं। माना जा रहा है कि वुहान के बाद सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह चीन की सबसे बड़ी कवायद है। साल 2019 में वुहान में पहली बार नोवल कोरोना वायरस मिला था।
खबर है कि कोविड मरीज से मिले सैंपल में ओमिक्रॉन वेरिएंट का सबटाइप मिला है। हालांकि, नया आइट्रेशन ओमिक्रॉन की BA.1.1 ब्रांच से विकसित हुआ है और चीन की मौजूदा लहर को बढ़ा रहे किसी अन्य स्ट्रेन से मेल नहीं खाता है।