बीजिंग, दुनिया में कोरोना वायरस को आए हुए दो साल होने वाले हैं और अभी भी कई बड़े देश व हिस्सों में इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है। यह वायरस सबसे पहले चीन में 2019 दिसंबर में सामने आया था, जहां से पूरी दुनिया में फैल गया। चीन ने इसपर काबू पा लिया, लेकिन काफी समय से थोड़े बहुत केस देश की चिंता बढ़ा रहे हैं। इसी बीच पर्यटन पर अधिक निर्भर एक उत्तर-पश्चिमी चीनी प्रांत ने नए COVID-19 मामले मिलने के बाद सोमवार को सभी पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया। गांसु प्रांत प्राचीन सिल्क रोड के किनारे स्थित है और बौद्ध चित्रों और अन्य धार्मिक स्थलों से भरे दुनहुआंग ग्रोटो के लिए प्रसिद्ध है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि पिछले 24 घंटों में स्थानीय प्रसार के 35 नए मामलों का पता चला है, जिनमें से चार गांसु में हैं। अन्य 19 मामले इनर मंगोलिया क्षेत्र में पाए गए, जबकि अन्य कई प्रांतों और शहरों में मिले। इनर मंगोलिया के कुछ हिस्सों के निवासियों को घर के अंदर रहने का आदेश दिया गया है।
स्थानीय संक्रमण के मामलों पर बड़े पैमाने पर रोक लगाने के बावजूद, चीन महामारी के प्रति कोई लापरवाही नहीं करना चाहता, जहां अभी लाकडाउन लगाया जा रहा है और आइसोलेशन और वायरस के लिए अनिवार्य टेस्ट जारी है।
फरवरी में बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक से पहले यात्रियों और टूर समूहों द्वारा डेल्टा संस्करण का प्रसार विशेष चिंता का विषय है। विदेशी दर्शकों पर पहले से ही प्रतिबंध है और प्रतिभागियों को उन्हें बाहर के लोगों से अलग रहना होगा। राजधानी में अधिकारियों ने रविवार को कहा कि हाल के संक्रमण वाले स्थानों से आने वाले लोगों को एक नकारात्मक वायरस परीक्षण रिपोर्ट दिखाने और नियमित स्वास्थ्य रिपोर्ट देने की आवश्यकता होगी।
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