कर्नाटक सीएम की आलोचना करते हुए भाजपा की गोवा इकाई के प्रवक्ता गिरिराज पाई वर्नेकर ने रविवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण गिराने का अभियान चलाया गया।
भाजपा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक बार फिर घेरा। उसने नसीहत दी है कि उन्हें पहले अपने राज्य में समस्याओं का समाधान करने के लिए काम करना चाहिए। दरअसल, गोवा में अवैध रूप से निर्मित कुछ घरों को गिराए जाने पर सिद्धारमैया ने दुख जताया था। इसी को लेकर भाजपा ने आलोचना की।
कुल 22 घरों को ध्वस्त किया
कर्नाटक सीएम की आलोचना करते हुए भाजपा की गोवा इकाई के प्रवक्ता गिरिराज पाई वर्नेकर ने रविवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण गिराने का अभियान चलाया गया। बता दें, उत्तरी गोवा जिले के संगोल्डा गांव में स्थानीय सामुदायिक संस्थान की जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए कुल 22 घरों को अधिकारियों ने शुक्रवार और शनिवार को ध्वस्त कर दिया।
कर्नाटक सीएम ने जताई चिंता
सिद्धारमैया ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा था, ‘गोवा के संगोल्डा में कन्नड़ लोगों के घरों को ढहाए जाने से बेहद चिंतित हूं। मैं गोवा के मुख्यमंत्री श्री डॉ. प्रमोद सावंत से अपील करता हूं कि जब तक विकल्प उपलब्ध नहीं कराए जाते, तब तक घरों को गिराने का काम रोक दें और यह सुनिश्चित करें कि सभी विस्थापित व्यक्तियों को पर्याप्त पुनर्वास मिले।’
उन्होंने अपने पोस्ट में घरों को गिराए जाने की मीडिया रिपोर्टों और तस्वीरों को साझा किया था। कहा था, ‘यह महत्वपूर्ण है कि हम हर प्रभावित परिवार की गरिमा और स्थिरता को बनाए रखें।’
गिरिराज पाई वर्नेकर का जवाब
बाद में, गोवा भाजपा के प्रवक्ता वर्नेकर ने सीएम की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने दावा किया कि सिद्धारमैया अपने लोगों की देखभाल करने में असमर्थ हैं। साथ ही नसीहत दी कि उन्हें पहले अपने राज्य में संकट को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बंगलूरू गंभीर जल संकट से जूझ रहा है।
वर्नेकर ने कहा, ‘रही बात अवैध घरों को गिराने की तो संगोल्डा में अवैध रूप से बनाए गए घरों के खिलाफ कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट में गए थे। इस पर अदालत ने निर्देश दिया।अदालत में रिपोर्ट दाखिल करने की एक समय सीमा है।’ उन्होंने कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री ने पहले ही वादा किया है कि हर संभव मदद दी जाएगी।