एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ इंदौर, मंदसौर, देवास और उज्जैन में गोवंश वध के केस दर्ज हैं। सभी आरोपी कार में सवार होकर निकलते थे और सूनसान रास्तों पर विचरण करने वाले गोवंश को चोरी कर उसकी हत्या कर मांस लेकर फरार हो जाते थे।
गोवंश की हत्या कर मांस का परिवहन करने वाले छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी जहरीली शराब का परिवहन भी करते थे। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों से कच्ची शराब भी बरामद की है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि माकडोन के ग्राम झालरा में सड़क मार्ग से कुछ दूर कच्चे रास्ते पर गोवंश के अवशेष मिले थे। मामले में पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया और जांच के बाद गोवंश वध प्रतिषेध का प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपियों का पता लगाने के लिए ग्रामीण एएसपी नितेश भार्गव के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। जिसके बाद ताजपुर, घौंसला और जीवाजीगंज से 6 आरोपियों को पकड़ा गया, जो जहरीली शराब का परिवहन करते थे।
पूछताछ में उन्होने गौवंश वध करना कबूल कर लिया। 6 आरोपियों के हिरासत में आने पर उनके अपराधिक रिकॉर्ड खंगाले गए तो पूर्व में भी गोवंश परिवहन के साथ अवैध शराब के मामले दर्ज होना सामने आए हैं। सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा और गोवंश परिवहन का मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया जाएगा। जहां से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। संभावना है कि गोवंश वध से जुड़े अन्य आरोपी भी जल्द हिरासत में होंगे।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपी अमजद पिता रहीम खां, अनस पिता नाहरू खान, तबरेज पिता सलीम खान, सोहेल पिता सलीम खान निवासी ताजपुर, समद पिता मेहमूद खां ग्राम लाम्बीखेडी और आरिफ पिता मोहम्मद हनीफ खां निवासी ग्राम घौंसला है। इनके खिलाफ इंदौर, मंदसौर, देवास और उज्जैन में गौवंश वध के मामले दर्ज हैं। सभी आरोपी कार में सवार होकर निकलते थे और सूनसान रास्तों पर विचरण करने वाले गोवंश की चोरी करने के बाद हत्या कर मांस लेकर निकल जाते थे और अवशेष वहीं छोड़ जाते थे। सभी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा।
हिंदूवादी संगठनों ने जताया था विरोध
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहर में पिछले कुछ दिनों में गोवंश के अवशेष मिलने के कई मामले सामने आ चुके थे। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों का आक्रोश भी सामने आया था। माधवनगर, नानाखेड़ा सहित माकडोन, राघवी थाना क्षेत्र में मिले अवशेष के बाद हिंदूवादी संगठनों ने चक्काजाम कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग रखी थी, आरोपियों के नहीं पकड़े जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।