अस्पताल के बगल में झाड़ झंखाड़ में सांप पकड़ने गए संपेरे को सांप ने काट लिया। संपेरे ने इसके बाद भी हिम्मत नहीं हारी और सांप को पकड़ लिया।
इतना ही नहीं सांप के काटने से वह जरा भी नहीं घबड़ाया और सांप को अपने गले में लपेट कर अपना इलाज कराने अस्पताल पहुंच गया, लेकिन अस्पताल पहुंच कर उसने जो किया उससे पूरे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। मामला संतकबीर नगर जिले का है।
अपना इलाज कराने के लिए सांप को अस्पताल में ही छोड़ दिया
सांप के काटने के बाद संपेरे ने जड़ी बूटी से अपना इलाज तो किया लेकिन बुद्धिमानी का परिचय देते हुए वह अस्पताल में भी अपना इलाज कराने भी चला गया। इस दौरान वह सांप को पकड़े रहा और अस्पताल पहुंचने से पहले सांप को अपने गले में लटका लिया। गले में सांप को लटकाकर वह सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के लिए पहुंच गया। गले में सांप लटकाकर पहुंचते ही वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई।
संपेरा जब चिकित्सक के कक्ष में पहुंचा तो चिकित्सक को भी मानों सांप सूंघ गया हो। संपेरे ने चिकित्सक की इस दशा को समझा और अपना इलाज कराने के लिए सांप को अपने से अलग कर दिया।
इस बीच मौका पाकर सांप ने भी वहां से निकलने में भलाई समझी। उधर, संपेरा इलाज में व्यस्त हुआ इधर सांप वहां से निकल कर अस्पताल परिसर में पहुंच गया। सांप को यूं खुला देखकर देखकर लोगों के होश उड़ गए। पूरे अस्पताल में भगदड़ मच गया।
संतकबीर नगर जिले के मलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास कुछ लोगों ने सांप देखा और उसे निकालने के लिए उक्त सपेरे को बुलाया। सपेरे ने सांप को काबू करने का प्रयास किया लेकिन इसी बीच सांप ने उसे डस लिया। सपेरे ने स्वयं की जड़ी बूटी से अपना इलाज किया और फिर इलााज कराने अस्पताल पहुंचा।
अपना इलाज कराने के लिए उसने सांप को अस्पताल में ही खुला छोड़ दिया। अपना इलाज कराने के बाद संपेरे ने दोबारा सांप को पकड़ा और सांप को अपने साथ लेकर वहां से गया। गनीमत रही कि इस दौरान सांप ने किसी अन्य को अपना शिकार नहीं बनाया। संपेरे के अस्पताल में रहने तक अस्पताल में अफरातफरी मची रही।