छठ पर्व पर लोगों का अपने घर पर पहुंचने का सिलसिला जोरों पर है। जिसको लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र व अन्य महानगरों से आने वाली ट्रेनें खचाखच भरी हैं। लखनऊ से छपरा व पटना जाने वाली ट्रेनों के सभी श्रेणी के कोचों में लोगों की भीड़ है। रेलवे प्रशासन की तरफ से उठाए गए कदमों पर पानी फिर गया है। यही नहीं, किसी भी ट्रेन में सुरक्षाकर्मी का अतापता नहीं है। यात्रियों की सुरक्षा का दावा कागजों में रह गया है।
बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों लोग दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, लुधियाना व तमिलनाडु राज्य के विभिन्न जिलों में रहकर मजदूरी व नौकरी करते हैं। छठ पर यही लोग घर लौट रहे हैं। जिससे ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा है। स्थिति यह है कि डाउन साइड से आने वाली ट्रेनों की किसी भी श्रेणी के डिब्बों में लोगों को जगह नहीं मिल पा रही है। खड़े होकर यात्रा करने के लिए वे मजबूर हैं। दैनिक यात्री जो गोरखपुर, लखनऊ व बस्ती आते-जाते हैं उन्हें भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अवैध वेंडर उठा रहे भीड़ का लाभ
ट्रेनों में भीड़ का फायदा अवैध वेंडर उठा रहे हैं। वे खानपान की वस्तुओं को मनचाहे कीमत पर बेच रहे हैं। यात्रियों से कई गुना ज्यादा रुपये वसूल रहे हैं।
छठ के लिए चिह्नित किया स्थान
डाला छठ पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। पूजन-अर्चन के लिए खैरा भवानी मंदिर पास स्थित पोखरे में लोग स्थान चिह्नित कर रहे हैं। अपता नाम लिखकर ईंटों पर चस्पा कर दिया है। छठ पर्व पर पोखरे में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है। घाट के पास ही पूजन शुभ माना जाता है। ऐसे में लोग पहले से ही अपना स्थान पक्का कर चुके हैं।