कंपनी ने बेंगलुरु में स्थित स्पेसटेक स्टार्टअप में 36 मिलियन डॉलर की फंडिंग दी है। दिसंबर में गूगल के कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने में कहा था कि गूगल भारत में उभरने वाले स्टार्टअप्स में 300 मिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी। इस साल गूगल ने पिक्सेल कंपनी में निवेश किया है।
पिक्सल की कुल फंडिंग
पिक्सेल ने लेटेस्ट सीरीज के बी राउंड में अब तक कुल फंडिंग में 68.3 मिलियन डॉलर जुटा लिए हैं। जिसमें मार्च 2022 में सीरीज़ ए राउंड में 25 मिलियन डॉलर जुटाए थे और एक साल पहले सीड राउंड में 7.3 मिलियन डॉलर शामिल हैं। दुनिया की सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी एक्सेंचर ने भी पिक्सेल में इंवेस्ट किया है। एक्सेंचर में अगस्त 2022 में पिक्सल में रणनीतिक निवेश (strategic investment) किया था।
गूगल ने भी अपनी निवेश राशि की जानकारी नहीं दी है। इंवेस्टमेंट को लेकर कि गई ईमेल क्वेरी का भी गूगल ने कोई जवाब नहीं दिया है।
तीसरा ग्लोबल इन्वेस्टर है गूगल
एक वैश्विक निवेशक से धन जुटाने वाला पहला भारतीय स्पेसटेक स्टार्टअप है। कंपनी ने कनाडा के रेडिकल वेंचर्स ने सीरीज ए राउंड का नेतृत्व भी किया है।
पिछले साल सितंबर में हैदराबाद स्थित स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी से 50.5 मिलियन डॉलर जुटाए थे। इसके बाद गूगल का निवेश एक भारतीय स्पेसटेक सेक्टरमें निवेश करने वाली विदेशी इकाई का तीसरा उदाहरण है।
गूगल ने 2014 में पहला निवेश किया था
गूगल कई सालों से भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश कर रहा है। गूगल ने सबसे पहले जून 2014 में भारत के आईटी सेवा स्टार्टअप फ्रेशवर्क्स (फिर फ्रेशडेस्क) में निवेश किया था। यह इंवेस्टमेंट गूगल कैपिटल के माध्यम से किया गया है। इसके बाद प्रॉपटेक फर्म कॉमनफ्लोर, हेल्थटेक फर्म प्रैक्टो और गिरनारसॉफ्ट के ऑटो लिस्टिंग प्लेटफॉर्म कारदेखो जैसे स्टार्टअप्स में भी निवेश किया है। हालांकि गूगल ने पहली बार भारतीय स्पेसटेक सेक्टर में इंवेस्ट किया है। गूगल के इस फैसले के बाद स्पेसटेक सेक्टर के निवेशकों ने कहा कि गूगल के इस कदम से बड़े निवेश क्षेत्र खुल सकते हैं।