गुजरात विधानसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच गया है. मंगलवार को प्रचार थमने से पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने जमकर जोर-आजमाइश की. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और गुजरात की जनता से वोट की अपील की. साथ ही अपने वादे गिनाते हुए अनुभव भी साझा किए.प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब राहुल गांधी से पाटीदारों को आरक्षण का सवाल किया गया तो उन्होंने इसका जवाब देने के लिए गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी को आगे कर दिया. जवाब में भरत सिंह सोलंकी ने पाटीदारों को आरक्षण देने का पूरा फॉर्मूला बताया.
ये है पाटीदारों को आरक्षण का फॉर्मूला
भरत सिंह सोलंकी ने बताया कि हमने इस मसले पर कानून के दायरे में रहकर विमर्श किया है. सोलंकी ने कहा कि संविधान को ध्यान में रखते हुए जो जातियां पहले से ही रिजर्वेशन में आती हैं, उनके अलावा दूसरी जातियों की आर्थिक और सामाजिक परिस्थितियां देखकर एक बिल लाया जाएगा. सोलंकी के मुताबिक, इस बिल को विधानसभा में पारित किया जाएगा, जिसे बाद में राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.
बिल के बाद बनेगा आयोग
कांग्रेस नेता ने बताया कि गुजरात में सरकार बनने के बाद उनकी सरकार बिल पारित करेगी, जिसके बाद एक आयोग बनाया जाएगा. सोलंकी के मुताबिक, ये आयोग आरक्षण न पाने वाली जातियों के बारे में निर्णय करेगा कि जो सुविधाएं पहले से ओबीसी को मिल रही हैं, वो बाकी बची जातियों को भी दी जाएंगी.
बता दें कि गुजरात में पटेल आरक्षण के लिए 2015 से आंदोलन कर रहे हैं. इसी मुद्दे पर पटेल समुदाय बीजेपी से गुस्सा है और चुनाव की उसकी मुखालफत कर रहा है. कांग्रेस ने पटेलों की इसी नाराजगी को भुनाने की कोशिश करते हुए पाटीदारों की मांगों पर डील की है. इन मांगों में आरक्षण देना भी है. हालांकि, दोनों के बीच पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख से ऐन पहले डील फाइनल हो पाई थी, जिसके बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन की घोषणा की थी.