गुजरात सरकार ने माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत टायर पंक्चर बनाने, दर्जी, धोबी, टर्नर फीटर, इलेक्ट्रीशियन का काम सिखाने का परिपत्र जारी किया है। वहीं, कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि जब शिक्षकों से साल भर गैर शैक्षणिक कार्य कराएंगे तो बच्चों को टायर पंक्चर बनाना ही सीखना पड़ेगा।
सरकार की ओर से जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि प्राथमिक व माध्यमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत स्किल डेवलपमेंट के कार्य सिखाए जाएं वे छोटे-मोटे कार्य कर स्वरोजगार हासिल कर सकें।
कांग्रेस के सोशल मीडिया संयोजक जयराजसिंह ने कहा है कि शिक्षकों को साल भर उत्सव व दूसरे कामों में व्यस्त रखेंगे तो बच्चों को टायर पंक्चर ही सिखाना पडे़गा। कक्षा छह से आठ के बच्चों के लिए मुख्यमंत्री रूपाणी सरकार का यह आदेश मानसिक दिवालियापन की निशानी है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश के बच्चों को कंप्यूटर तकनीक देकर तकनीकी व व्यवसायिक कौशल हासिल करने का अवसर दिया था। लेकिन भाजपा सरकार उन्हें टायर पंक्चर बनाना सिखाना चाहती है।