अहमदाबाद, योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ गुजरात में भी पुलिस केस दर्ज कराकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गुजरात शाखा ने बाबा रामदेव पर एलोपैथी को बदनाम कर अपनी दवाओं का कारोबार बढ़ाने का आरोप लगाया है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर कमलेश सैनी ने अहमदाबाद के नवरंगपुरा पुलिस थाने में बाबा रामदेव के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई है। इसमें एलोपैथी को बदनाम करने तथा कोरोना महामारी में लोगों की जान बचाने का प्रयास करने वाले चिकित्सकों को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया है। मेडिकल एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया है कि बाबा रामदेव पतंजलि की कोरोना दवा कोरोनिल के कारोबार को बढ़ाने के लिए एलोपैथी को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा रामदेव विवाद खड़ा करके चर्चा में बने रहना चाहते हैं।
सैनी ने आरोप लगाया कि सरकार के औषधि नियंत्रक ने पतंजलि की दवा कोरोनिल के विज्ञापन पर भी रोक लगा दी थी तथा इसे कोरोना की दवा के रूप में मान्यता नहीं दी। एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट तथा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है। सैनी ने कहां की चिकित्सक तथा आई एम ए आयुर्वेद के खिलाफ नहीं है लेकिन बाबा रामदेव मेडिकल साइंस को स्टूपिड साइंस बताकर इसका अपमान कर रहे हैं।
एसोसिएशन का मानना है कि बाबा रामदेव अपनी दवाओं का कारोबार बढ़ाने के लिए एलोपैथी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। टीवी चैनल तथा इंटरनेट मीडिया में एलोपैथी को लेकर लगातार आ रहे बाबा रामदेव के बयानों से मेडिकल एसोसिएशन नाराज है। बाबा के उन दावों से एसोसिएशन खफा है कि 90 फ़ीसदी लोग आयुर्वेद एवं योग से ठीक हुए हैं तथा वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद भी चिकित्सकों की मौत हुई है यह देश के लोगों को गुमराह करने वाला बयान है। एसोसिएशन की ओर से इससे पहले अन्य कई राज्यों में भी बाबा के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कराए गए हैं।