गुजरात में बीते 24 घंटे में 520 नए मामले सामने आने के बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 25,414 तक पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 1561 लोगों की मौत हो चुकी है। 17,438 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जिन्हें इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
बुधवार को सामने आए 520 नए कोरोना संक्रमित मरीजों में अकेले अहमदाबाद से 330, सूरत से 65, वडोदरा से 44 थे। कोरोना के कारण एक दिन में 27 मौतें दर्ज की गई जिनमें से अकेले अहमदाबाद में 22, वडोदरा में 2 तथा आणंद, भरुच व गांधीनगर में एक-एक मौत हुई। राज्य में अब तक 17,438 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने के बाद घर लौट चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को भी 348 संक्रमितों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से घर भेजा गया।
गौरतलब है कि गुजरात में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अनलॉक-1 की घोषणा के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए नागरिकों से मास्क पहनने शारिरिक दुराव का पालन करने, सैनिटाइजर का प्रयोग और साबुन से बार-बार हाथ धोने का आग्रह किया था। सरकार ने सार्वजनिक स्थानों, सरकारी अथवा निजी कार्यस्थलों, बाजार, मॉल, दुकान आदि पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया था।
राज्य सरकार ने मास्क न लगाने पर 200 रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश दिए थे। गत दिनों ग्रह मंत्रालय ने एक परिपत्र जारी कर ये सूचना दी गयी थी कि हैड कांस्टेबल अथवा उससे ऊपर की रेंक का पुलिस अधिकारी लोगों से मास्क नहीं पहनने पर 200 रुपये का जुर्माना वसूल कर सकेगा।
बता दें कि बुधवार को गुजरात के सहकारिता मंत्री ईश्वर भाई पटेल को गांधीनगर सचिवालय में मास्क न लगाने पर गांधीनगर महामनगर पालिका को 200 रुपये का जुर्माना भरना पड़ा है। राज्य के सहकारिता, युवा एवं खेल मंत्री ईश्वरसिंह पटेल बुधवार को अपनी कार से उतरकर सीधे सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचे तो उनके चेहरे पर मास्क नहीं था। जब उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ तो उन्होंने चेहरे पर मास्क लगाया।