अहमदाबाद, गुजरात के धंधुका में युवक की हत्या के मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ते को सौंपी गई है। इस हत्याकांड में छह मौलवियों के लिप्त होने की खबर है। पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने जांच के लिए एक टीम मुंबई भेजी है। देश के अन्य शहरों में भी इनका नेटवर्क होने की बात सामने आई है। इंटरनेट मीडिया पर मुस्लिम विरोधी वीडियो और मैसेज करने वालों को सबक सिखाने के लिए अहमदाबाद, दिल्ली और मुंबई के छह मौलवियों द्वारा एक नेटवर्क बनाने की बात सामने आई है। धंधुका में किशन भरवाड की हत्या से पहले पोरबंदर का एक अन्य युवक भी उनके निशाने पर था। पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने इस मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ते को सौंप दी है। जांच के लिए एक टीम मुंबई भेजी गई है। राज्य के अन्य शहरों में भी पुलिस टीम भेजने की तैयारी की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ गुजरात आतंकवाद एवं संगठित अपराध अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून 2019 (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
इन मौलवियों के सामने आए नाम
गोली चलाने वाले शब्बीर से पूछताछ में अहमदाबाद और दिल्ली के मौलवियों के अलावा चार अन्य मौलवियों के नाम भी सामने आए हैं। धंधुका में युवक की हत्या का आरोपित शब्बीर उर्फ सबा भाई पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेता खादिम हुसैन रिजवी के भड़काऊ भाषण देखकर इस हत्या के लिए प्रेरित हुआ। रिजवी ईशनिंदा करने वालों की हत्या को जायज ठहराता है, उसकी 2020 में मौत हो चुकी है। पुलिस ने अहमदाबाद के मौलवी अयूब के पास से भड़काऊ भाषण की पुस्तक बरामद की है। रिवाल्वर और कारतूस उपलब्ध कराने वाले राजकोट के अजीम शमा के भाई वसीम शमा को पुलिस ने मोरबी से गिरफ्तार कर लिया है। मौलाना अयूब और हत्या के आरोपित बाइक सवार शब्बीर और इम्तियाज पठान को शुक्रवार को ही पकड़ा जा चुका है। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है