एशियाई शेरों के लिए विख्यात है गिर अभयारण्य

गुजरात में लगभग 1424 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ गिर अभयारण्य दक्षिण अफ्रीका के बाद विश्‍व का इकलौता ऐसा स्थान है जहां शेरों को अपने प्राकृतिक आवास में रहते हुए देखा जा सकता है. 1969 में गिर वन को अभयारण्य का दर्जा दिया गया. पताड़ वृक्षों, कांटेदार झाड़ियों के अलावा हरे-भरे पेड़ों से समृद्ध गिर का जंगल नदी किनारे बसा है. यहां के मुख्य वृक्षों में सागवान, शीशम, बबूल, बेर, जामुन, बील आदि हैं. एशियाई शेरों के अलावा गिर अभयारण्य में भारत के सबसे बड़े कद के हिरण, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा और बारहसिंगा भी देखे जा सकते हैं. साथ ही यहां भालू और बड़ी पूंछ वाले लंगूर भी बड़ी तादाद में पाए जाते हैं.