अहमदाबाद, सूरत महानगर के रांदेर कस्बे में एक महिला केयरटेकर की प्रताड़ना शारीरिक मारपीट के चलते 8 माह का बच्चा कोमा में चला गया। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उक्त महिला ने बच्चे को जमीन पर पटक दिया जिसके कारण उसे ब्रेन हेमरेज हो गया। मासूम को आइसीयू में दाखिल कर उसका उपचार किया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी केयरटेकर कोमल को गिरफ्तार कर लिया है तथा मामले की जांच कर रही है।
माता-पिता दोनों नौकरी में होने के कारण उन्होंने अपने बच्चे को कोमल को संभालने के लिए सौंपा था। जब यह महिला केयरटेकर बच्चे को संभाल रही थी तब उससे परेशान होकर उसको झंझोड़ती, कभी उसे प्यार करती तो कभी उसके साथ मारपीट करती। सीसीटीवी के फुटेज में यह सारे दृश्य कैद हो गए जिसके चलते महिला केयरटेकर की बर्बरता सामने आई। मनोचिकित्सक बताते हैं कि महिला मानसिक रूप से विकृत हो सकती है तथा उसके अपना कोई संतान नहीं होने के कारण भी उसे बच्चे से ईर्ष्या हो सकती है।
केयरटेकर रखने से पहले महिला का शारीरिक, पारिवारिक, मानसिक बैकग्राउंड जरूर चेक करना चाहिए। उक्त महिला केयरटेकर कभी बच्चे को प्रेम से गले लगाती है तो कभी उसके साथ मारपीट करती है उसके व्यवहार में आ रहे यह उतार-चढ़ाव उसकी मानसिक स्थिति को बयां करते हैं।
गुजरात सरकार की राज्य मंत्री मनीषा वकील का कहना है कि केयरटेकर महिला ने क्रूरता पूर्वक 8 माह के बच्चे को पीटा है यह समाज के लिए आघातजनक है। माता-पिता दोनों नौकरी में हो तो केयरटेकर के पास बालक को छोड़ने से पहले उसका पूरी तरह वेरिफिकेशन करें। एजेंसी के जरिए ही केयरटेकर को नियुक्त करें तथा उसके बारे में सामाजिक, मानसिक स्थिति, मेडिकल संबंधी रिपोर्ट देखने के बाद ही अपने बच्चे को उसके हवाले करें। मासूम बच्चों के साथ कुछ गलत व्यवहार हो तो वह अपने शरीर के जरिए बताने का प्रयास करता है माता-पिता जरा भी सतर्क हो तो वह बच्चे के हाव-भाव में खाने-पीने की आदत से उसके साथ हुई हुई है व्यवहार को समझ सकते हैं।