यह तथ्य कि जमीन 1970 में तटबंध के निर्माण से नदी हिंडन से अलग हुआ था, अब यह दलील स्वीकार करना बहुत मुश्किल बनाता है कि वह हिंडन नदी के बाढ़ क्षेत्र में आती है. हरित अधिकरण ने इसके साथ ही उत्तर प्रदेश हज हाउस कमेटी को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि घरेलू मलजल के शोधन के लिए वहां 136 किलोलीटर प्रतिदिन का शोधन करने वाला एक मलजल शोधन संयंत्र स्थापित किया जाए.

एनजीटी ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परिसर का एक सप्ताह के भीतर दौरा करेगा और यदि वहां विशिष्ट क्षमता का कोई मलजल शोधन संयंत्र नहीं मिला तो हज हाउस को सील कर दिया जाएगा. अर्जी के अनुसार हज हाउस का निर्माण उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा सभी प्राधिकारियों को इस बारे में जारी निर्देशों का पूर्ण उल्लंघन है कि बाढ़ क्षेत्र में किसी भी तरह के निर्माण की इजाजत नहीं दी जाए.