दोहरीघाट के अहिरानी बुजुर्ग गांव के पास गिद्धों का झुंड लोगों के लिए कौतूहल का विषय बने हुए है। दर्जनों की संख्या में उपस्थित गिद्धों को खने के लिए आसपास के साथ राहगीरों की भीड़ उमड़ रही है। कुछ बुजुर्गों का कहना है गिद्धों की मौजूदगी वायुमंडल के स्वच्छ होने का प्रतीक है।
वाराणसी-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार की देर शाम गिद्धों का यह झुंड फोरलेन के पूरब तरफ स्थित बगीचे में देखने को मिला। गिद्धों की मौजूदगी को पहले तो लोगों ने किसी अन्य पक्षियों का झुंड समझा, लेकिन लेकिन गिद्ध के समूह जब आसमान में मडराने लगे तो उन्हें देखने के लिए आसपास के गांव के लोग पहुंच गए। भीड़ को देखकर राहगीरों के हर छोटे व बड़े वाहन भी रुकने लगे। बुजुर्गों ने बताया कि करीब दो दशक पहले अचानक गिद्धों की संख्या कम होने लगी।
बीच में तो इन्हे विलुप्त मान लिया गया था। अब एक बार फिर से गिद्ध देखने को मिले हैं। कुछ युवाओं ने बताया कि वह तो परिवार के लोगों से ही इस पक्षी के बारे में सुने थे। पिछले दिनों कानपुर और उन्नाव में पहाड़ी गिद्ध मिलने की तश्वीर पहली बार अखबार और टीवी पर दिखी थी। गिद्धों के झुंड को हर व्यक्ति अपने कैमरे में कैद कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित भी किया। कुल मिलाकर जनपद में गिद्धों की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है।