नई दिल्ली: गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच साल 2020 में हुई हिंसक झड़प को लेकर एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने बड़ा खुलासा किया है, जिससे चीन की पोल खुल गई है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गलवान घाटी में 2020 में हुई झड़प में चीन को उससे कहीं ज्यादा नुकसान हुआ था, जितना कि उसने दावा किया था.
नदी में डूब गए थे चीनी सैनिक
इसके साथ ही रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि घाटी में गलवान नदी को पार करते समय कई चीनी सैनिक डूब गए थे, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी. खबर में दावा किया गया है कि चीन को भारी नुकसान हुआ था.
शोधकर्ताओं और चीनी ब्लॉगर्स ने किए खुलासे
ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द क्लैक्सन’ की खबर में अनाम शोधकर्ताओं और चीन के ब्लॉगरों का हवाला दिया गया है. इसमें कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से उन्होंने अपना नाम उजागर नहीं किया, लेकिन उन्होंने जो पता लगाया उससे गलवान की घटना को लेकर कई खुलासे हुए हैं.
चीन को हुआ था भारी नुकसान
खबर में कहा गया है, ‘चीन को हुए नुकसान के दावे नए नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा दिए गए सबूतों से, जिन पर द क्लैक्सन की खबर आधारित है, ऐसा मालूम होता है कि चीन को हुआ नुकसान बीजिंग द्वारा बताए गए चार सैनिकों से कहीं ज्यादा था,’ खबर में कहा गया कि इससे यह भी पता चलता है कि बीजिंग उस झड़प के बारे में चर्चा नहीं करने के लिए किस हद तक जा सकता है.
साल 2020 से जारी है सीमा पर विवाद
बता दें कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद मई 2020 में शुरू हुआ था, जब चीन ने लद्दाख के अक्साई चिन की गलवान घाटी में भारत की ओर से सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी. 5 मई 2020 को भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद सैन्य गतिरोध पैदा हो गया.
20 भारतीय जवान हुए थे शहीद
5 मई की घटना के बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला में भी भारतीय सैनिकों के साथ उलझ गए थे, जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थीं. इसके बाद 15 जून को भी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे.