सेक्स लोगों के लिए जितना जरुरी होता है उतना ही जरुरी ओरल सेक्स भी होता है. यानि पार्टनर्स ओरल सेक्स भी काफी पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोगों को ये पसंद नहीं आता. ओरल सेक्स को ब्लो जॉब, गिविंग हेड, सिक्स नाइन और रिमिंग जैसे कई नामों से जाना जाता है. ओरल सेक्स का अर्थ है अपने पार्टनर और उसके जननांगों को उत्तेजित करने के लिए मुंह और जीभ का इस्तेमाल करना. लेकिन इसे करने से आपको बीमारी भी हो सकती है. इस दौरान सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया तो यह सेहत के लिए घातक हो सकता है.
* एचआईवी/ एड्स
सुरक्षित ओरल सेक्स से एचआईवी/ एड्स का खतरा ज्यादा होता है. दरअसल, लोग ओरल सेक्स के बाद इंटीमेट होते हैं या फिर इंटीमेट होने के बाद ओरल सेक्स करते हैं जिससे इस बीमारी का खतरा बढ़ता है. ओरल सेक्स के दौरान मुंह या प्राइवेट पार्ट में घाव हो तो इससे इस गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
* हर्पिस
हर्पिस यौन संचारित बीमारी है, जो दो प्रकार की होती है. पहला होता है मुंह का हर्पिस जिसमें मुंह के भीतर छाले पड़ जाते हैं और दूसरा प्राइवेट पार्ट का हर्पिस, जिसमें प्राइवेट पार्ट पर छोटे-छोटे घाव हो जाते हैं. किसी भी तरह के असुरक्षित ओरल सेक्स के जरिए इस बीमारी के होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.
* हेपेटाइटिस ए
हेपेटाइटिस ए एक सामान्य वायरल संक्रमण है जो पीलिया और पेट दर्द का कारण बनता है. इसके वायरस मल में पाए जाते हैं और इससे संक्रमित व्यक्तियों के प्राइवेट पार्ट पर भी मौजूद होते हैं. ऐसे में असुरक्षित तरीके से ओरल सेक्स करने पर प्राइवेट पार्ट से ये वायरस दूसरे पार्टनर में फैल सकता है और उसे यह बीमारी हो सकती है.
* सिफलिस
असुरक्षित ओरल सेक्स के कारण सिफलिस हो सकता है. अगर इसका इलाज समय पर नहीं किया गया तो स्थिति काफी गंभीर हो सकती है. पार्टनर के प्राइवेट पार्ट पर होंठ लगाने से यह बीमारी हो सकती है. आमतौर पर सिफलिस के लक्षण तीन चरणों में दिखाई देते हैं.
पहले चरण में हल्का दर्द होता है, दूसरे चरण में घाव या दाने हो जाते हैं. अगर समय पर इलाज नहीं कराया गया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.