2019 में नेताओं की जुबान से खूब विवादित बयान फूटे हैं। प्रधानमंत्री से लेकर मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और तमाम पार्टियों के नेताओं में जैसे होड़ लगी हो। कौन अपने बयान से कितना बखेड़ा खड़ा करता है। किसी ने धमकी भरे लहजे में अपने विपक्षी को धमकाया, तो किसी ने अपने प्रतिद्वंदी के ऊपर व्यक्तिगत हमले किए हैं। चुनाव प्रचार में नेता अपने विरोधियों पर निशाना साधने में इस हद तक गिर गए कि उन्होंने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दी।