दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार सुबह 11 बजे से शुरू होगा। सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण के साथ होगी। सत्र का पहला दिन हंगामेदार हो सकता है। एलजी के अभिभाषण के बाद भाजपा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और राजनिवास-सरकार के बीच चल रही तनातनी के चलते पक्ष-विपक्ष दोनों के ही आक्रामक तेवर रहने के आसार हैं।
इस बजट सत्र में पहली बार ऐसा होगा जब दिल्ली सरकार के दो मंत्री पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य व बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन सदन में नहीं होंगे। दोनों ही इन दिनों भ्रष्टाचार और धन शोधन के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनकी जगह पर इस बार दो नए मंत्रियों की मौजूदगी सदन में दिखाई देगी।
बनेंगे तीन डबल डेकर फ्लाईओवर
आगामी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट मंगलवार 21 मार्च को पेश किया जाएगा। इससे पहले 20 मार्च सोमवार को दिल्ली सरकार विधानसभा में अपना आउटकम बजट पेश करेगी। पहली बार दिल्ली विधानसभा में बतौर वित्त मंत्री कैलाश गहलोत बजट पेश करेंगे। दिल्ली के बजट में इस बार 5 से 10 प्रतिशत की बजटीय राशि में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना जताई जा रही है। पिछले साल 2022-23 में दिल्ली 75,800 करोड़ बजट रखा गया था। इस बार इसके 80 हजार करोड़ किए जाने का अनुमान है।
सूत्रों के अनुसार 2023-24 के बजट के बजट में केजरीवाल सरकार की दिल्ली के बुनियादी ढांचे के सुंदरीकरण और आधुनिकीकरण की योजना मुख्य फोकस होगी। वहीं बजट 2023-24 में केजरीवाल सरकार के पिछले आठ वर्षों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए पूंजीगत व्यय का सबसे बड़ा परिव्यय होगा। वहीं आप सरकार पूरे पीडब्ल्यूडी सड़क नेटवर्क के 1400 किलोमीटर का उन्नयन और सुंदरीकरण करेगी। पूरे प्रोजेक्ट के लिए 10 साल की अवधि में लगभग 20,000 करोड़ खर्च किए जाने हैं।