हमारी सैलरी में से बड़ा हिस्सा घर का किराया देने में चला जाता है। पिछले दशक में हमारे देश में एक बड़ा बदलाव आया है। अब संयुक्त परिवार के बदले छोटे परिवार बन गए हैं। छोटे परिवार में खुद का घर खरीदने का चलन बढ़ रहा है।जनवरी 2017 में इंडिया मॉर्टेगेज ग्यारंटी कंपनी के मुताबिक
- 38 फीसदी जनसंख्या अभी भी अपने माता-पिता के साथ रह रही है
- 32 फीसदी लोग खुद के खरीदे घर में रहते हैं
- 30 फीसदी लोग किराए के घर में रहते हैं
अलग-अलग शहरों में किराए के घर में रहने वालों की संख्या बढ़ रही है। जो लोग मेट्रो या टियर1 और टियर 2 शहरों में रह रहे हैं उनकी आय का बड़ा हिस्सा घर का किराया चुकाने में ही चला जाता है।
मेहुल और तान्या मुंबई में एक किराए के मकान में 5 साल से रह रहे हैं। दोनों वहां रहने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसके अलावा मेहुल के माता-पिता जो नासिक में रहते हैं वो उनकी देखरेख भी कर रहे हैं। कुछ महीने पहले वो अपने मकान का किराया नहीं दे सके इस कारण वो बहुत शर्मिंदा हैं।
मेहुल जैसे लोगों के लिए एक विकल्प है। वो क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर अपना किराया दे सकते हैं। इसके साथ ही उनको कैश बैक, रिवॉर्ड प्वाइंट और डिस्काउंट का फायदा भी मिलेगा।
क्रेडिट कार्ड जैसा कि हम सभी जानते हैं प्लास्टिक मनी है। इसके जरिए हम किसी भी सामान को बिना तुरंत पैसे दिए खरीद सकते हैं। अब क्रेडिट कार्ड के जरिए सिर्फ सामान या सेवा ही नहीं खरीद सकते हैं। इसके जरिए आप अपने घर का किराया भी चुका सकते हैं।
ये कंपनियां देती हैं सुविधा
कुछ प्राइवेट कंपनियां जैसे कि रेडजिराफ, पेडेक, पेमेट्रिक्स आपको क्रेडिट कार्ड के जरिए घर का किराया चुकाने की सुविधा देती हैं। इसके जरिए आप अपने घर और ऑफिस का किराया चुका सकते हैं। इसके लिए आपको और आपके मकान मालिक को इन पोर्टल पर रजिस्टर करवाना होगा। साथ ही आपको रेंट एग्रीमेंट और दूसरे डाक्यूमेंट भी अपलोड करने के होंगे। एक बार रजिस्ट्रेशन पूरा हो गया तो हर महीने एक निश्चित तारीख को किराया आपने मकान मालिक के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा। ध्यान रखें क्रेडिट कार्ड का उपयोग बहुत ही सावधानी से करें।
क्रेडिट कार्ड से किराया चुकाने के फायदे
फ्री क्रेडिट समय
क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपको कार्ड के जरिए खर्च की गई रकम को चुकाने के लिए कुछ समय देती हैं। इसे ही फ्री क्रेडिट समय कहा जाता है। आप निश्चित तारीख तक बिल चुका देते हैं तो आपको कुछ भी ब्याज नहीं देना होता है। अगर आप समय पर पैसा नहीं चुका पाए तो आपको सालाना 36 फीसदी की दर से ब्याज देना पड़ता है। अगर आपने महीने का किराया क्रेडिट कार्ड से चुकाया तो आपको ये समय अतिरिक्त मिलेगा। अधिकतर क्रेडिट कार्ड में 45 से 50 दिन का समय पेमेंट के लिए मिलता है। आपको सुनिश्चित करना होगा कि आप समय से क्रेडिट कार्ड का बिल भर दें।
- आप इसके जरिए अपने कैश फ्लो को आसानी से व्यवस्थित कर पाएंगे। इमरजेंसी के समय क्रेडिट कार्ड बहुत काम आता है।
- अगर आपको पैसा इस दौरान सेविंग अकाउंट में पड़ा है तो आपको वहां 4 से 6 फीसदी ब्याज भी मिलेगा।
- क्रेडिट कार्ड में रकम खर्च करने के लिए रिवार्ड प्वाइंट मिलते हैं। इनको आप या तो नकदी में बदलवा सकते हैं या इनके जरिए कोई सामान खरीद सकते हैं। कुछ बैंक कैशबेक ऑफर भी देते हैं। पर सिर्फ इनके लिए आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग न करें।
- आपके लोन की अर्जी कई बार इसलिए भी रिजेक्ट हो जाती है क्योंकि आपकी क्रेडिट का कोई खास इतिहास नहीं होता है। क्रेडिट रेटिंग कंपनी जैसे सिबिल क्रेडिट के इतिहास को खास महत्व देते हैं। आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के आधार पर ही आपको लोन मिलता है। अगर आपका स्कोर अच्छा है तो आपको लोन कम दर पर भी मिल सकता है।
ध्यान के करें उपयोग
क्रेडिट कार्ड के उपयोग में कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत हैं।
- अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग छोटे-मोटे खर्चों के लिए न करें।
- अगर 2 कार्ड हैं तो एक कार्ड को हमेशा इमरजेंसी के लिए रखें।
- दूसरे क्रेडिट कार्ड से पहले का कर्ज न चुकाएं।
अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें। मेहुल और तान्या की तरह आप भी कर्ज के तले दबकर न रह जाएं। इसके लिए अपनी वित्तीय स्थिति को संतुलन में रखें।