भारतीय शेयर बाजारों में सेंटा क्लॉज रैली? आमतौर पर यूरोप और अमेरिका के शेयर बाजार दिसंबर के आखिरी सप्ताह में जोरदार उछाल दर्ज करते हैं. इसके लिए कंपनियों में बटे क्रिसमेस बोनस के साथ-साथ निवेशकों में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के माहौल में आमतौर पर खुश रहना जिम्मेदार है.
क्रिसमस, न्यू ईयर और शेयर बाजार: यूरोप और अमेरिका
यूरोप और अमेरिका में ज्यादातर निवेशक क्रिसमस बोनस से उन खास शेयरों में निवेश करते हैं जो एक साल के निवेश पर अधिक रिटर्न दे. इस निवेश से बाजार में शेयरों के भाव में उछाल दर्ज होती है. ज्यादा उछाल देने वाले शेयरों की मांग बढ़ जाती है. इसके साथ ही अमेरिका और यूरोप में साल के आखिरी हफ्ते में टैक्स और अकाउंटिंग वर्ष खत्म होने के कारण भी निवेशक अच्छा रिटर्न देने वाले शेयरों में निवेश करते हैं.
क्रिसमस, न्यू ईयर और शेयर बाजार: भारत
भारतीय शेयर बाजार का आंकड़ा किसी खास उछाल को नहीं दर्शाता. लेकिन आंकड़ों के मुताबिक ऐसे कुछ खास शेयर्स हैं जो क्रिसमस से एक दिन पहले की ट्रेडिंग से लेकर साल के अंतिम दिन की ट्रेडिंग के दौरान जोरदार उछाल दर्ज करते हैं.
2012 से 2016 तक इन शेयरों में रैली
बीते पांच साल के दौरान इन कुछ खास शेयरों ने बीएसई सेंसेक्स पर दिसंबर के आखिरी हफ्ते में जोरदार उछाल दर्ज की है. ऐसे कुल 32 शेयर्स हैं. इसमें 500 करोड़ रुपये से कम मार्केट कैप वाली 6 छोटी कंपनियां शामिल हैं. 500 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली 12 कंपनियां और 10,000 करोड़ से अधिक मार्केट कैप वाली 14 बड़ी कंपनियां शामिल हैं. हम आपको मार्केट कैप के मुताबिक 5 ऐसी कंपनियां बता रहे हैं जिन्होंने भारतीय बाजार में कुछ हद तक ऐसी रैली में शामिल होने के आंकड़े पेश किए हैं.
सेंटा क्लॉज रैली और 5 टांप शेयर्स
1. बजाज फाइनेंस लिमिटेड: यह बैंकिंग से जुड़ी एक कंपनी है. पर्सनल लोन, छोटे बिजनेस लोन, कॉमर्शियल लोन समेत ग्रामीण इलाकों में लोन देने का काम करती है. देश के 40 शहरों में इसकी शाखाएं मौजूद हैं. बीते पांच साल के दौरान इस कंपनी ने डबल डिजिट में ग्रोथ दर्ज की है.
2. बॉश लिमिटेड: ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी और कंज्यूमर गुड्स के क्षेत्र में कारोबार के साथ साथ बॉश लिमिटेड रियल एस्टेट और इनर्जी टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में काम करती है. कंपनी का मुख्यालय बंगलुरू में है. वित्त वर्ष 2017 में इस कंपनी को 13.7 फीसदी का नेट प्रॉफिट हुआ था.
3. यूपीएल लिमिटेड: एग्रोकेमिकल और इंडस्ट्रियल
केमिकल के क्षेत्र में काम कर रही ये कंपनी दुनिया के 130 देशों में कारोबार करती है. दुनियाभर में 33 ठिकानों पर कंपनी की फैक्ट्रियां मौजूद है. वित्त वर्ष 2017 के दौरान कंपनी की सेल्स रेवेन्यू में 6 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई थी हालांकि इसी दौरान इसके नेट प्रॉफिट में 36 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी.
4. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस: हाउसिंग फाइनेंस कारोबार में होम लोन, कंस्ट्रक्शन, रिपेयर और रेनोवेशन लोन इस कंपनी का प्रमुख काम है. कंपनी के पास मजबूत मार्केटिंग नेटवर्क है और देशभर में इसके पास 240 मार्केटिंग ऑफिस मौजूद हैं. इसके अलावा कंपनी के देश में 21 बैक ऑफिस भी है. बीते पांच साल के दौरान कंपनी के लोन पोर्टफोलियो में (सीएजीआर) 17 फीसदी का इजाफा हुआ है.
5. थ्री एम इंडिया: थ्री एम इंडिया इंफ्रा से जुड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी है. मैन्यूफैक्चरिंग, हेल्थकेयर और रोड सिग्नल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करती है. कंपनी का मुख्यालय बंगलुरू में है और देश के लगभग सभी बड़े शहरों में इसके ऑफिस हैं. सितंबर तिमाही में कंपनी के सेल रेवेन्यू में -3.6 फीसदी की ग्रोथ थी.