भारत के खिलाफ श्रीलंका में जारी सीरीज के दौरान लड़कियां खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स लेकर मैदान में उतर रही हैं. क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार नहीं, जब लड़कियों को ड्रिंक्स परोसते देखा गया. लेकिन श्रीलंकाई क्रिकेट में यह बिल्कुल ताजा प्रयोग है. श्रीलंका बोर्ड से जुड़े एक अधिकारी ने तो अतिउत्साह में कह दिया, ‘हां ग्राउंड जरूर खूबसूरत दिखना चाहिए.’
मौजूदा सीरीज में इससे जुड़ी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने बताया, ‘हमलोग कुछ बदलाव चाहते थे और हमारा यह आइडिया क्लिक कर गया. लड़कियों ने सीरीज के पहले और दूसरे टेस्ट के दौरान मैदान पर ड्रिंक्स पहुंचाने का काम किया. 12 अगस्त से शुरू हो रहे पल्लेकेल टेस्ट में भी उन्हें ड्रिंक्स परोसते देखा जा सकता है. इसक बाद वनडे सीरीज में भी उनकी ड्यूटी तय है.’
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ब्रेक के दौरान ड्रिंक्स लेकर मैदान में घुसने वाली गाड़ी के साथ लड़कियां को पहले भी देखा जा चुका है. लेकिन सबसे पहले 1938 में ग्राउंड पर महिलाओं को देखा गया, जब इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच हेडिंग्ले टेस्ट में वे खिलाड़ियों के लिए चाय लेकर उतरी थीं. उस टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया कप्तान जो डार्लिंग ने टी-ब्रेक की सलाह दी थी. और इसके बाद से इसे फैशन के तौर पर अपना लिया गया था.