क्रिकेट इतिहास में 15 नवंबर बेहद खास है, क्योकि यही वो दिन है जब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने डेब्यू किया था. बता दे कि इसी दिन 1989 को (ठीक 28 साल पहले) 16 साल के एक लड़के ने कराची के नेशनल स्टेडियम में टेस्ट पदार्पण किया था. उस वक्त वह मुश्ताक मोहम्मद और आकिब जावेद के बाद सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाला तीसरा टेस्ट क्रिकेटर था.
तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि यह लड़का एक दिन क्रिकेट ‘क्रिकेट का भगवान’ कहलाएगा. जी हां! बात हो रही है सचिन रमेश तेंदुलकर की. और यहीं से शुरू हुआ सचिन का वह सफर, जिसने विश्व क्रिकेट में अपनी अमिट छाप छोड़ी. कीर्तिमानों की झड़ी लगाते हुए सचिन ने कुल 200 टेस्ट मैच खेले. 24 साल के करियर के दौरान सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 51 टेस्ट शतक और 68 अर्धशतक जमाए.
मजे की बात है कि कराची टेस्ट में सचिन और वकार के अलावा शाहिद सईद (पाक) और सलिल अंकोला ने भी डेब्यू किया था. सईद और अंकोला का यह पहला और आखिरी टेस्ट साबित हुआ. इसे संयोग ही माना जाएगा कि 2013 में सचिन ने अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी 15 नवंबर को ही खेली थी. वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 नवंबर को शुरू हुए मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन सचिन 74 रन बनाकर लौटे. इसके साथ ही 24 साल 1 दिन के सफर के बाद सचिन ने आराम लिया.