आज के समय में सेक्स से जुड़ी बातें हर कोई जानने के लिए उत्सुक होते है तो कई लोगों को पॉर्न की लत से रिलेशनशिप और शादीशुदा जिंदगी तबाह हो जाती है. रिश्ते में खटास बढ़ जाती है. सेक्शुअल लाइफ बर्बादी के कगार पर आ जाती है. दरअसल, प्यार और रिलेशनशिप में हमें जहां नई जिंदगी का अहसास होता है वहीं, पॉर्न हमारी इस मानसिकता को बदल देता है. इसकी वजह यह है कि पॉर्न हमारे भीतर ऐसी मानसिकता पैदा करता है कि हम शरीर को सिर्फ सेक्स ऑब्जेक्ट के तौर पर देखने लगते हैं.
पॉर्न की लत भावनाओं को मार देता है और रिश्तों में हिंसा बढ़ने लगती है.पॉर्न में सेक्स को हिंसात्मक तौर पर दर्शाया जाता है. जबकि असल जिंदगी में यौन बेहद खूबसूरत और गहरा भाव है जो दो लोगों के बीच की संवेदनाओं और प्यार को दर्शाता है. जबकि पॉर्न में यही यौन हिंसात्मक तौर पर पेश किया जाता है और स्त्री को सिर्फ उपभोग के तौर पर दर्शाया जाता है. जो कि प्यार, शादी और रिलेशनशिप को तबाह कर देता है.
मिली जानकारी के मुताबिक पॉर्न देखने वाले की मानसिकता विकृत होने लगती है. वही अवसाद और चिंता से ग्रसित हो सकते हैं. पॉर्न देखने वाले खुद को समाज से कटा हुआ और अकेला महसूस करने लगते हैं और इससे हिंसा और आपराधिक प्रवृत्ति में वृद्धि होने लगती है.
वही कुछ शोधों में यह बात सामने आई है कि पॉर्न की लत वाले लोग अपने पार्टनर को दुख पहुंचाते हैं. शारीरिक संबंध बनाते वक्त हिंसा को तवज्जो देते हैं. शोधों में यह बात भी सामने आई है कि जो लोग किसी तरह के रिलेशनशिप में नहीं होते वो लोग ज्यादा पॉर्न देखते हैं. पॉर्न की लत से नकारात्मक भाव हावी हो जाते हैं और पार्टनर पर शक एवं संदेह करने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है. शादी और प्यार में हिंसा, गुस्सा और असमान्य व्यवहार में वृद्धि हो रही है. शोधों में यह बात भी सामने आई है कि पॉर्न की लत वाले लोग अपने पार्टनर को धोखा देते हैं और रिश्ते में अविश्वास की स्थिति ज्यादा बढ़ जाती है. पॉर्न में प्यार को हिंसात्मक तरीके से दिखाया जाता है जबकि असल जिंदगी में प्यार और यौन इस तरह का नहीं हो पता है.