देश में सर्दी आने के साथ कोरोना वायरस एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इसके संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को 4 से 5 लेयर का मास्क पहनने के साथ भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। साथ ही हाथों को साबुन या अल्कोहल आधारित हैंड रब से साफ करना चाहिए। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोविड-19 से संक्रमित 87 नए मामले पाए गए हैं। हालांकि, इनमें से 79 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है लेकिन 8 संक्रमित अभी उपचाराधीन हैं। इसके अलावा रविवार को 148 नए मामले और दर्ज हुए हैं जिनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है जिसे वायु प्रदूषण के चलते उत्पन्न लक्षणों के कारण चिन्हित करने में दिक्कत हो रही है। इस संक्रमण की जांच ही इसकी रोकथाम का उपाय है क्योंकि मौसम में बदलाव और प्रदूषण के कारण भी लोगों को अक्सर खांसी, जुकाम और सांस लेने में दिक्कत होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते शनिवार को कोरोना संक्रमण के 87 मामले दर्ज हुए थे जिनमें सर्वाधिक 84 मामले केरल, 3 पुड्डुचेरी और 1-1 गोवा व गुजरात में पाए गए हैं। वहीं, संक्रमण के चलते ओडिशा और बिहार में मृत्यु दर के आंकड़ों का मिलान जारी है। ओडिशा में एक केस एक्टिव पाया गया है।
किसी व्यक्ति को कोविड-19 उन लोगों से हो सकता है जिनमें इस वायरस का संक्रमण है। जब कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। ये नन्ही बूंदें उसके आस-पास की दूसरी चीजों और सतहों पर गिरकर कोरोना संक्रमण के प्रसार का कारण बनती हैं।