सरकारी घोषणा के श्रीकृष्ण सेतु के लोकापर्ण तिथि 16 जनवरी को निर्धारित है। रविवार को पुल का लोकार्पण होगा या नहीं इसे लेकर अब तक कोई सरकारी सूचना नहीं है। लोकार्पण को लेकर लोगों के मन में संशय बरकरार है। हालांकि, कोरोना संक्रमण के बीच सीएम के संक्रमित होने की सूचना के बाद ही लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए थे कि लोकार्पण की तारीख टलेगी। बावजूद वर्चुअल लोकार्पण की बात प्रशासनिक सूत्रों से सामने आ रही थी।
एक दिन मात्र शेष रहने के बाद अब तक इसकी प्रशासनिक पुष्टी नहीं होने से लोकार्पण की तारीख टाले जाने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हालांकि, पुल को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। लगभग साढ़े तीन किलोमीटर पुल की सड़क का पिचिंग पूरा लिया गया है। साइडर के रंग-रोगन का काम भी अंतिम चरण में है। पुल पर काम दिन रात दो शिफ्टों में चल रहा है। हालांकि एप्रोच पथ का काम अभी कई जगहों पर अधूरा है। वहां भी काम रफ्तार में जारी है।
- -श्रीकृष्ण के निर्धारित लोकार्पण तिथि कल, नहीं दिख रही उम्मीद
- – सरकारी घोषणा के अनुसार 16 जनवरी को होना है लोकार्पण
- -पुल का सड़क निर्माण पूरा, एप्रोच पथ पर बचा हुआ है काम
घोरघट पुल का भी होना है लोकार्पण लेकिन…
श्रीकृष्ण सेतु के साथ ही 16 जनवरी को घोरघट पुल का लोकार्पण होने की तारीख तय की गई है। पुल का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में रविवार को पुल लोकार्पण होना संभव नहीं है। काम में लगे विभाग के अभियंता दावा कर रहे हैं, पर स्थिति ठीक उलट है। पुल के दोनो छोर भागलपुर और मुंगेर की तरफ एप्रोच पथ को पूरी तरह दुरुस्त करने में समय लगेगा। ऐसे में 16 को लोकार्पण होने में संशय दिख रहा है। पुल के दोनों ओर की रेङ्क्षलग को रंगरोगन कर दिया गया है, लेकिन पुल पर की गई ढ़लाई को अभी मजबूत करने के लिए पानी का छिड़काव चल रहा है। पुल के दोनों ओर संपर्क पथ के लिए बिछाई गई मिट्टी पर गिट्टी बिछाकर समतल किया जा रहा है।
अंडर पास का काम पूरा
तुलसीपुर सहित अन्य टोलों के लोगों के लिए सड़क तथा बाजार तक आने के लिए अंडरपास का काम पूरा कर लिया गया है। लेकिन, पुल की सड़क को जोडऩे का काम बाकी है। संपर्क पथ के एक ओर जाने वाले लेन का बना दिया गया है, दूसरी ओर गाइड वाल का काम होना शेष है। ग्रामीणों का कहना है कि एक माह के अंदर घोरघट पुल बनकर तैयार हो जाएगा।
बड़े वाहनों का सीधा होगा आवागमन
व्यापारियों को अपने सामान मंगवाने में ज्यादा खर्च नहीं आएगा। भागलपुर-मुंगेर के बीच बड़े वाहनों का परिचालन सीधा शुरू होगा। पुल के चालू होने से मुंगेर से भागलपुर, उत्तरी बिहार, झारखंड, पश्चिमवंगाल जगहों के लिए सीधी बस सेवा बहाल हो जाएगी। छोटे-छोटे बंद हुए रोजगार को भी पंख लगेगा। दरअसल, 25 दिसंबर 2021 को ही घोरघट पुल के लोकार्पण की घोषणा की गई थी, काम पूरा नहीं होने से स्थगित कर देना पड़ा था। यहां के लोग इस पुल का इंतजार 17 वर्ष से कर रहे हैं।