कोरोना वायरस (Coronavirus) से दुनिया भर में अब तक 60 हज़ार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है. कई देशों में इससे लड़ने के लिए वैक्सिन पर काम चल रहा है, लेकिन अब तक वैज्ञानिकों (scientists) को कोई बड़ी कामयाबी हाथ नहीं लगी है. लेकिन इस बीच ब्रिटेन से अच्छी खबर आई है. वहां के वैज्ञानिकों ने कोरोना से लड़ने के लिए एक खास टेस्ट का ईजाद किया है. इसके तहत कोरोना के लक्षण (symptoms) आने से पहले ही मरीज का पता लगाया जा सकता है.
कैसे होता है ये टेस्ट
ब्रिटेश अखबार द टेलीग्राफ के मुताबिक, ब्रिटेन में न्यू कासल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम ने इसे डेवेलेप किया है. ये एक बेहद आसान सा टेस्ट है. आमतौर पर कोरोना से संक्रमित किसी मरीज में लक्षण दिखने में दो हफ्ते तक का वक्त लग सकता है. लेकिन इस टेस्ट में लक्षण आने से पहले ही पता लगाया जा सकता है कि क्या कोई मरीज़ कोरोना से संक्रमित हुआ है या नहीं. ये किसी प्रेगनेंसी टेस्ट की तरह है जो घर पर किया जा सकता है. इस टेस्ट के लिए ब्लड, सलाइवा और यूरिन का इस्तेमाल किया जाता है.
मिलेगी चेतावनी
अखबार के मुताबिक, इससे सौ फीसदी नहीं कहा जा सकता है कि कोरनो वायरस पॉजिटिव मरीजों को पता लगाया जा सकता है, लेकिन इससे मरीजों को शुरुआती चेतावनी मिल जाती है. ये पता लग जाता है कि क्या संक्रमण से इम्यून सिस्टम पर फर्क पड़ रहा है या नहीं. प्रोफेसर कॉलिन सेल्फ का कहना है कि इस टेस्ट से काफी फायदा होगा. साथ ही कोरोना वायरस के मरीजों के बढ़ती संख्या पर नियंत्रण लगाई जा सकती है.
ब्रिटेन में 4 हज़ार से ज्यादा मौत
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा है. अब तक 41 हज़ार से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गए हैं. जबकि इस बीमारी से यहां 4 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ब्रिटेन में एक पांच साल के बच्चा भी कोरोना का शिकार हो गया है.