नई दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए काेरोना टीका की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश देेन की मांग की मांग दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गई है। याचिका पर मुख्य न्यायमूर्ति डीएन पटेल व न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने याचिका पर केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
अधिवक्ता विवेक गौर ने याचिका में कहा कि उन्होंने बहुत कोशिश की उन्हें कोरोना का टीका लग जाये, लेकिन टीकों की आपूर्ति नहीं होने के कारण वह आज तक टीका नहीं लगवा सके। उन्होंने तर्क दिया है कि दस मई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता करके कहा था कि दिल्ली सरकार ने केंद्र को टीकों की 1.34 करोड़ से अधिक खुराक का आर्डर दिया है और केंद्र सरकार ने मई माह में सिर्फ 3.5 लाख टीका ही वितरित किया। इसके जवाब में भाजपा के नेताओं ने दावा किया था कि ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। विवेक ने कहा कि ये पता होना चाहिए कि कौन गलत बयान दे रहा है और टीकाकरण की कमी पर लोगों को गुमराह कर रहा है।
यहां पर बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस टीके की कमी के चलते कई टीकाकरण केंद्र बंद हो गए हैं। माना जा रहा है कि जून महीने की शुरुआत में कोरोना का टीका मिल जाएगा और दिल्ली में दोबारा टीकाकरण तेज होगा।
टीका प्रमाण पत्र पर लगे विज्ञानियों की फोटो : ऊर्जा
यूनाइटेड रेजिडेंट्स ज्वाइंट एक्शन ऑफ दिल्ली (ऊर्जा) ने राष्ट्रपति व उपराज्यपाल को पत्र लिखकर टीका प्रमाण पत्र पर टीका बनाने वाले विज्ञानियों या कोरोना योद्धाओं की फोटो लगाने की मांग की है। ऊर्जा के अध्यक्ष अतुल गोयल ने पत्र में कहा है कि टीकाकरण प्रमाण पत्र पर अपनी फोटो चस्पा करने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच लोगों को शर्मसार करने वाला संघर्ष शुरू हो गया है। जबकि, जिन विज्ञानियों ने वैक्सीन बनाकर तैयार की है, उन्हें कोई आदर नहीं दिया जा रहा है।