कोरोना वायरस तजी से जारी है कहर चीन में 169 की मौत चार देशों से चीन की उड़ानें रद्द

चीन में कोरोना वायरस के कारण 38 और लोगों की मौत हो जाने के साथ ही इस विषाणु की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है। वहीं चीन समेत दुनियाभर में इस रोग से पीड़ित कुल मरीजों की संख्या 6 हजार के पार पहुंच गई है। मृतकों और मरीजों की बढ़ती संख्या देख भारत समेत दुनियाभर के देश दहशत में आ गए हैं।

भारत समेत चार देशों ब्रिटेन, रूस, इंडोनेशिया और म्यांमार ने चीन की उड़ानों को रद्द कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे चीन की यात्रा करने से बचें। भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने दिल्ली-शंघाई उड़ान को 31 जनवरी से 14 फरवरी तक के लिए रद्द कर दिया है।

इंडिगो एयरलाइन्स ने भी बुधवार को घोषणा कर दी कि एक फरवरी से 20 फरवरी तक बेंगलूरु-हांगकांग रूट की फ्लाइट और दिल्ली से चेंगदु की विमान सेवा रद्द रहेगी। इंडिगो ने बताया है कि कोलकाता और गुवांगझु की फ्लाइट सेवा जारी रहेगी और इसकी सख्ती से निगरानी की जा रही है। एयर इंडिया और इंडिगो ने कॉकपिट सदस्यों केदक्षिण पूर्व एशियाई देशों की यात्रा के दौरान एन-95 मास्क पहनने का निर्देश दिया है।

ब्रिटेन, रूस, इंडोनेशिया और म्यांमार ने भी लगाई उड़ानों पर रोक
ब्रिटिश एयरवेज ने चीन से आने वाली और चीन जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। ब्रिटिश एयरवेज ने यात्रियों की असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है। इसी तरह म्यांमार ने भी चीन की तीन उड़ानों को रद्द किया है। रूस की विमान कंपनी उरल्स ने भी यूरोप जैसे पेरिस और रोम की फ्लाइटों को रद्द कर दिया है क्योंकि यहां पर संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

इसी तरह इंडोनेशिया की लॉयन एयर ग्रुप ने अपनी चीन की सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। कंपनी ने छह रूट पर अपनी उड़ान को अगले महीने तक के लिए बंद कर दिया है। वहीं पपुआ न्यू ग्युना ने बुधवार को एशियाई लोगों के देश में आने पर प्रतिबंध लगा दिया।

जनवरी में चीन गए तो डॉक्टर से मिलें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को ताजा एडवाइजरी करते हुए भारतीय लोगों से अपील की है कि अगर जरूरी न हो तो वे चीन की यात्रा करने से बचें। जो लोग एक जनवरी 2020 को या इसके बाद चीन गए थे वो लोग नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर इसकी जानकारी दें। मंत्रालय ने इसके अलावा 24 घंटे सातों दिन के लिए एक हेल्प लाइन नंबर 011-23978046 भी जारी किया है जहां श्वास संक्रमण को लेकर मदद ले सकते हैं।

भारत में कोरोना के 10 संदिग्ध निगरानी में
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में कोरोनावायरस के संदिग्ध छात्र का इलाज चल रहा था उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। छात्र 12 जनवरी को वापस लौटा था तो चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। इसी तरह महाराष्ट्र में नौ संदिग्ध रोगियों को निगरानी में रखा गया है। नौ में से छह लोग मुंबई, दो पुणे और नांदेण में हैं।

सात प्रमुख एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा पहले से थी। अब सरकार ने देशभर के 21 एयरपोर्ट जिसमें गया, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम, वाराणसी, गोवा, भुवनेश्वर और लखनऊ में थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा को शुरू हो गई है। सात अन्य एयरपोर्ट पर जल्द ही ये व्यवस्था लागू हो जाएगी। मणिपुर सरकार ने इंफाल एयरपोर्ट के साथ भारत-म्यांमार सीमा से लगते मोरेह और बेहियांग में जांच के लिए चिकित्सकों की नियुक्ति कर दी है।

फीता काटकर मदुरै में हुआ कोरोना वार्ड का उद्धाटन
कोरोनावायरस से दुनिया में दहशत है और लाखों घरों में मातम का माहौल है। वहीं तमिलनाडू के मदुरै के एक सरकारी अस्पताल में बुधवार को आठ बेड के वार्ड का उद्धाटन फीता काटकर किया गया। यही नहीं इस कार्यक्रम में लोगों को चॉकलेट भी बांटी गई।

अमेरिका और जापान ने अपने 406 लोगों को निकाला
चीन के प्रांत हुबेई की राजधानी वुहान में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को अमेरिका ने विशेष विमान के जरिए 200 लोगों को वापस अपने देश बुला लिया। इसी तरह जापान ने भी अपने 206 लोगों को सुरक्षित टोक्यो पहुंचा दिया। विमान से वापस आ रहे लोगों की जांच के लिए डॉक्टरों की टीम लगी रही।

वहीं भारत भी वुहान में फंसे 300 छात्रों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी में लगा है। इसके अलावा फ्रांस और दक्षिण कोरिया भी अपने लोगों को विशेष विमान से वापस निकालने की तैयारी कर रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने भी बुधवार को कहा कि जो देश अपने लोगों को यहां से निकालना चाहते हैं उनकी पूरी मदद की जाएगी।

कोरोनावायरस के रोगी भारत में भले ही न मिले हों लेकिन भारत शीर्ष 30 देशों की सूची में शामिल है जिसको इससे सबसे अधिक खतरा है। ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ साउथएम्पटन के शोधकर्ताओं चीन से स्वदेश लौटने वाले यात्रियों की संख्या के आधार पर इसकी पुष्टि की है।

मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि खतरे में सबसे शीर्ष पर थाईलैंड, दूसरे नंबर पर जापान, तीसरे पर हांगकांग, छठे नंबर पर अमेरिका ऑस्ट्रेलिया 10वें नंबर पर, ब्रिटेन 17वें और भारत 23वें नंबर पर है। इसी तरह शहरों में सिडनी, न्यूयॉर्क और लंदन शीर्ष 20 में शामिल हैं।

किस देश में कितने मरीज
थाईलैंड 14, ऑस्ट्रेलिया 6, यूएई 1, जर्मनी 4, हांगकांग 8, अमेरिका 5, ताईवान, 5, ऑस्ट्रेलिया 5, मकाऊ 5, सिंगापुर 4, दक्षिण कोरिया 4, मलेशिया 4, जापान 7,  फ्रांस 4, कनाडा 3, वियतनाम 2, नेपाल, कंबोडिया, जर्मनी और यूएई में एक रोगी में इसकी पुष्टि हुई है।

ऑस्ट्रेलिया वुहान से लौटे लोगों को द्वीप पर रखेगा
ऑस्ट्रेलिया ने भी वुहान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश तेज कर दी है। ये भी सूचना है कि इन लोगों को एक द्वीप पर एकांत में रखा जाएगा जिसका प्रयोग शरणार्थियों को शरण देने के लिए होता है। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के जो भी लोग वुहान में फंसे हैं वहां से उनको निकाला जाएगा।

इसके लिए न्यूजीलैंड से भी बात चल रही है और वे प्रशांत क्षेत्र के देशों की भी हर संभव मदद की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार वुहान में करीब 600 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक इस जानलेवा बीमारी के बीच फंसे हैं। हालांकि निगरानी की समय सीमा का विरोध होने लगा है कि जब उनके भीतर कोरोना के लक्षण नहीं है तो उन्हें एकांत में रखकर उनकी निगरानी क्यों की जा रही है।

कोरोनावायरस के आतंक के चलते चीन के आलीशान होटलों में सन्नना पसरा है। वुहान में मौजूद लग्जरी होटल द मार्को पोलो में कदम रखेंगे तो उसके स्वागत कक्ष में आपको कोई नहीं मिलेगा। लोगों में जिंदगी और मौत के भय का आलम ये है कि लोग बंदी के चलते दुनिया से ही नहीं आसपास के लोगों से भी कटने लगे हैं।

मार्को पोलो होटल में कुल 356 कमरे हैं और अभी सिर्फ 20 लोग रह रहे हैं। वो भी इस कारण से क्योंकि उन्हें लॉकडाउन के कारण बाहर जाने की इजाजत नहीं है। जो कर्मचारी होटल में काम कर रहे हैं वो सुरक्षा सूट पहनकर अपनी जिम्मेदारियों  को निभा रहे हैं।

यूएई में मिला कोरोना का पहला मरीज
संयुक्त अरब अमीरात में बुधवार को पहले मरीज में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई। यूएई के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पीड़ित का स्वास्थ्य स्थिर है और डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी में लगी है। वहीं वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रधानमंत्री के विशेष सहयोगी जफर मिर्जा ने बताया कि वुहान में करीब 500 छात्र फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनके इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।

भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने चीन में फैले कोरोनावायरस के चलते मुंबई- दिल्ली-शंघाई विमान सेवा को 31 जनवरी से 14 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया है। एयर इंडिया बुधवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि एआई348/349 को 31 जनवरी से 14 फरवरी तक के लिए रद्द कर दिया है। एयर इंडिया ने दूसरे ट्वीट में ये भी बताया है कि एयर इंडिया से शंघाई जाने या आने और हांगकांग जाने या आने का टिकट करा चुके लोग का कैंसिलेशन चार्ज भी अगले आदेश तक माफ कर दिया गया है।

मिलिट्री बेस में रहेंगे वुहान से आने वाले ब्रितानी नागरिक
कोरोनावायरस के कहर के बीच वुहान में फंसे ब्रितानी लोग वापस ब्रिटेन आएंगे तो दो हफ्ते तक मिलिट्री बेस में रहेंगे। स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने बताया कि वुहान से आने वाले सभी नागरिकों को कम से कम 14 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में मिलिट्री एयरबेस में रहना होगा। हालांकि सरकार ने ये नहीं बताया है कि मिलिट्री बेस कहा हैं।

कहा जा रहा है कि यात्रियों को विमान में बैठने से पहले कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करना होगा कि वे मिलिट्री बेस में निगरानी में रहने को तैयार हैं। अगर वे मना करते हैं तो उन्हें विशेष विमान से वापस नहीं लाया जाएगा। इसी तरह अमेरिकी नागरिक भी जो विशेष विमान से स्वदेश लौटे हैं वे भी रिवर साइड काउंटी स्थित एयर रिजर्व बेस में रहेंगे।

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने कहा है कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए होम्योपैथी कारगर है। बुधवार को मंत्रालय की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में बताया गया है कि होम्योपैथिक और यूनानी की कुछ दवाएं अधिक कारगर हैं। इसमें होम्योपैथी की दवा आरसेनिकल एलबम-30 को खाली पेट लगातार तीन दिन तक लिया जाए तो संक्रमण से बचाव होगा। एक महीने बाद इस प्रक्रिया को दोबारा दोहराया जा सकता है।

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