कोरोना वायरस का असर अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान विमान उद्योग को हो रहा है। माना जा रहा है कि इससे उद्योग को 30 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
डेली मेल के अनुसार 26 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले (9/11 Attack) के बाद विमान उद्योग को हुए नुकसान के आंकड़े को इसने पीछे छोड़ दिया है। इस आतंकी हमले के बाद उद्योग को 19.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएसन (IATA)ने इसकी जानकारी दी है।
उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक एयरलाइन की क्षमता में कमी को खाली सीट के आधार पर मापा जाता है, जो 9/11 आतंकवादी हमलों के बाद से सबसे अधिक है। अमेरिका में हवाई यात्रा में कोरोना वायरस के कारण काफी गिरावट देखने को मिली है।
अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के गैर-जरूरी यात्रा पर रोक लगा दी हैं। विश्व भर में कई इवेंट्स रद या स्थगित हो चुके हैं। इस साल टोक्यो में ओलंपिक होने वाला है।
हालांकि, वैश्विक स्वास्थ्य संगठन (WHO) बार-बार कह रहा है कि अभी यह कहना कि इसका असर ओलंपिक पर पड़ेगा यह काफी जल्दबाजी होगा, लेकिन जिस तरह से ये पूरे विश्व में फैल रहा है इससे ओलंपिक पर भी संशय का बादल मंडरा रहा है।
विमान उद्योग को सबसे ज्यादा मार चीन में पड़ी है। देश के सबसे व्यस्त एयरपोर्टों पर यात्रा में 80 फीसद गिरावट दर्ज की गई है। यहां व्यापक स्तर पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान कैंसल हुए हैं।
आइएटीए समूह ने शुक्रवार को कहा कि चीन, इटली, ईरान, जापान, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया में 90 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। इन देशों की दुनियाभर के यात्री संख्या 25 प्रतिशत और ग्लोबल पैसेंजर रीवेन्यू 20 प्रतिशत है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल एविएशन संवाददाता बेंजामिन काट्ज के अनुसार 9/11 आतंकवादी हमलों के बाद विमान उद्योग को पटरी पर आने में 9 महीने लग गए थे। उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि यह स्थिति काफी अलग है और अभी मूल्यांकन करना काफी मुश्किल है।
इसका असर काफी लंबा होगा। विमान उद्योग पर कोरोना वायरस का कितना असर पड़ेगा अभी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसका अभी असर विमान उद्योग पर और दिखेगा।
चीन में कोरोना वायरस के कारण अभी तक लगभग 3,000 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 80, 000 लोग इससे संक्रमित हैं। चीन के बाद दक्षिण कोरिया में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
यहां लगभग 3,000 लोग इससे पीड़ित हैं। कोरोना वायरस का पहला मामला दिसंबर में चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में सामने आया था। इसके बाद चीन समेत पूरे विश्व में इसका कहर देखने को मिल रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और अमेरिकी उद्योगपति बिल गेट्स ने कोरोना वायरस को लेकर अमीर देशों से मध्यम वर्गीय देशों की मदद करने की अपील की है। उन्होंने इसे सौ सालों में एक बार आने वाली आपदा जैसे बताया है।