कोरोना महामारी के बीच पांडा प्रेमियों के लिए यह खबर सुखद हो सकती है। बड़ी जद्दोजहेद के बाद अमेरिका के एक चिडि़याघर में एक बेहद बुजुर्ग मादा पांडा मेई जियांग ने शावक को जन्म दिया। खास बात यह है कोरोना महामारी के सभी प्रोटोकाल के नियमों का पालन करते हुए वैज्ञानिकों ने इसे कर दिखाया है। बुजुर्ग मादा पांडा और तीन बच्चों की मां है। इसके तीनों बच्चे वाशिंगटन और बीजिंग के बीच हुए समझौते के तहत इस समय चीन में हैं। अमेरिका और चीन के तल्ख रिश्तों का इन पांडा शावकों पर कोई प्रभाव नहीं है।
कोरोना प्रसार के मद्देनजर कृतिम गर्भाधान के जरिए प्रक्रिया पूरी हुई
अमेरिका में कोरोना वायरस के प्रसार के चलते बुजुर्ग मादा पांडा मेई जियांग को कृतिम गर्भाधान के जरिए यह प्रक्रिया पूरी की गई। अमेरिका में 14 मार्च को पूरे चिडि़याघर को बंद करने के बाद यह प्रक्रिया आयोजित की गई। इस दौरान चिड़ियाघर की प्रवक्ता पामेला बेकर-मस्सन ने कहा कि इस प्रक्रिया के बाद शावक के जन्म तक बहुत सावधानी बरती गई। अमेरिका में राष्ट्रीय चिडि़याघर सीमित रूप से आगंतुकों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन मेई जियांग और उसके शावक को अभी लोगों की नजरों से दूर रखा जा रहा है।
अमेरिका का सबसे पुराना विशालकाय पांडा ने दिया शावक को जन्म
राष्ट्रीय चिड़ियाघर और संरक्षण जीवविज्ञान संस्थान के निदेशक स्टीव मोनफोर्ट ने कहा कि विशाल पांडा दुनिया का एक लुप्तप्राय वन्यजीव है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस अनमोल शावक का जन्म चकित करने वाला है। यह दुनिया के लिए आनंद का झण है। उन्होंने कहा कि मैं इससे काफी रोमांचित हूं। भावुक मोनफोर्ट ने कहा कि 22 वर्षीय मेई जियांग काफी बुजुर्ग पांडा है। इसलिए उसकी मां बनने की संभावना बेहद कम थी, लेकिन हम उसे उसकी प्रजातियों के अस्तित्व में योगदान करने के लिए एक अवसर देना चाहते थे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में सफलतापूर्वक जन्म देने वाला सबसे पुराना विशालकाय पांडा है। इसके अलावा चीन में दुनिया का सबसे ज्यादा बुजुर्ग 23 साल की उम्र में एक शावक को जन्म दिया है।