कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए रेलवे ने सभी रेगुलर ट्रेनों को रद्द कर दिया है. रेलवे बोर्ड ने कहा कि सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन सेवाओं के साथ उपनगरीय ट्रेनें 12 अगस्त तक रद्द रहेंगी.
उन्होंने बताया कि सभी स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी. इसके तहत 12 मई से राजधानी के मार्ग पर चल रहीं 12 जोड़ी ट्रेनें तथा एक जून से चल रहीं 100 जोड़ी ट्रेनें जारी रहेंगी.
अधिकारियों ने बताया कि जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिए हाल में मुंबई में सीमित तौर पर शुरू की गई विशेष उपनगरीय सेवा भी जारी रहेगी.
रेलवे बोर्ड के आदेश में कहा गया है, ‘एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गई टिकट रद्द की गई है. सारी राशि लौटा दी जाएगी.’ इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक सभी ट्रेनों को रद्द किया था.
कैंसिल की जा रही ट्रेनों के टिकट का पूरा पैसा रिफंड होगा. रेलवे के मुताबिक यात्री अपने टिकट का पैसा रेलवे के काउंटर से जाकर ले सकेंगे. इसके लिए यात्री को रेलवे काउंटर पर अपना पुराना टिकट दिखाना होगा, फिर उसे वहीं से कैश में रिफंड मिल जाएगा.
वहीं, जिन लोगों ने इंटरनेट के माध्यम से टिकट बुक किया है उन्हें रेलवे की तरफ से उनके खाते में डायरेक्ट पैसा रिफंड कर दिया जाएगा. रेलवे के मुताबिक यात्री कैंसिल टिकट का रिफंड अपने यात्रा की तारीख के बाद से 6 महीने तक ले सकते हैं.
यानी 1 जुलाई की यात्रा वाले टिकट के कैंसिल होने पर यात्री दिसंबर तक उसका रिफंड ले सकते हैं. रेलवे ने इतना लंबा समय काउंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसलिए दिया है.
कोरोना काल में रेलवे यात्रियों की हरसंभव मदद कर रही है. अगर ट्रेन रद्द नहीं हुई है, लेकिन यात्री उस दिन यात्रा नहीं करना चाहता है और टिकट कैंसिल कर देता है तो रेलवे यात्री के टिकट का पूरा पैसा रिफंड करेगा.